Parliament security breach: संसद सुरक्षा उल्लंघन मामले के छह आरोपियों में से पांच ने शुक्रवार को दिल्ली की एक अदालत के समक्ष पॉलीग्राफ परीक्षण कराने के लिए अपनी सहमति दे दी। दिल्ली पुलिस ने एक आवेदन दायर कर मामले के संबंध में गिरफ्तार छह आरोपियों – मनोरंजन डी, सागर शर्मा, अमोल धनराज शिंदे, नीलम देवी आजाद, ललित झा और महेश कुमावत – पर पॉलीग्राफ टेस्ट कराने की अनुमति मांगी थी।
नीलम देवी आजाद को छोड़कर अन्य पांच आरोपियों ने पटियाला हाउस कोर्ट की अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश हरदीप कौर के समक्ष पॉलीग्राफ टेस्ट कराने की सहमति दी। पुलिस रिमांड के अंत में कड़ी सुरक्षा के बीच अदालत में पेश किए जाने के बाद न्यायाधीश ने उसकी पुलिस हिरासत भी आठ दिनों के लिए बढ़ा दी।
पुलिस ने आरोपियों का पॉलीग्राफ टेस्ट कराने की अर्जी दाखिल की थी। जिसमें कहा गया था कि जांचकर्ताओं को मामले को मजबूत करने, पूरी साजिश का पता लगाने, अधिक सबूत इकट्ठा करने के लिए और अधिक विवरण प्राप्त करने की आवश्यकता है।
पुलिस ने मनोरंजन और सागर का ब्रेन मैपिंग और नार्को टेस्ट कराने की भी इजाजत मांगी है। 2001 के संसद हमले की 22वीं बरसी पर 13 दिसंबर को दर्शक दीर्घा से कूदने के बाद दोनों ने लोकसभा कक्ष के अंदर पीला धुआं फैला दिया था। हालांकि, सदन में मौजूद सांसदों ने उन पर काबू पा लिया। दो अन्य नीलम आज़ाद और शिंदे ने भी संसद के बाहर धुआं छोड़ा और नारे लगाए। झा को पूरी योजना का मास्टरमाइंड माना जाता है, जो कथित तौर पर चार अन्य लोगों के मोबाइल फोन लेकर फरार हो गया।