MP Couple Committed Suicide: मध्य प्रदेश के सीहोर जिले के आष्टा में एक दंपत्ति के शव उनके घर में लटके मिलने से इलाके में सनसनी फैल गई। यह वही दंपत्ति है, जिनके बच्चों ने न्याय यात्रा के दौरान कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi ) को गुल्लक गिफ्ट किए थे। पुलिस को दंपत्ति के कमरे से एक सुसाइड (suicide) नोट मिला है। इस सुसाइड नोट में ईडी के एक अधिकारी पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं। दंपत्ति ने उन पर उन्हें परेशान करने और भाजपा में शामिल होने का दबाव बनाने का भी आरोप लगाया है।
MP Couple Committed Suicide: मामले की जांच में जुटी पुलिस
पुलिस मामले की जांच कर रही है। शुक्रवार सुबह शांति नगर स्थित एक घर में व्यवसायी मनोज परमार और उनकी पत्नी नेमा परमार के शव फंदे से लटके मिले। उनके बड़े बेटे जतिन ने शव लटके हुए देखे और अन्य परिजनों और पुलिस को सूचना दी। सूचना मिलते ही आष्टा थाना प्रभारी रविंद्र यादव सुबह करीब साढ़े आठ बजे पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और मामले की जांच शुरू कर दी। घटनास्थल पर एक सुसाइड (suicide) नोट भी मिला है। जांच के बाद पुलिस ने दोनों को फंदे से नीचे उतारकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
MP couple Committed Suicide: मृतक रात को पत्नी और बच्चों के साथ बगलामुखी मंदिर में दर्शन करके आया था
परिजनों में से एक ने बताया कि मनोज गुरुवार को अपनी पत्नी और बच्चों के साथ सुसनेर के पास बगलामुखी मंदिर में दर्शन करने गया था। रात करीब 8 बजे वह घर लौटा और तीनों बच्चों को शांति नगर स्थित मकान में सुला दिया। इसी मकान के पास दूसरे मकान में पत्नी नेहा के साथ सोने चला गया। शुक्रवार सुबह जब दोनों काफी देर तक नहीं आए तो बड़ा बेटा जतिन वहां देखने गया। कमरे का दरवाजा अटका हुआ था। उसने अंदर जाकर देखा तो माता-पिता फंदे से लटके हुए थे। उसने अन्य परिजनों को सूचना दी।
ये भी पढ़ेंः- Rajnath Singh ने उठाया इमरजेंसी का मुद्दा उठाया, बोले- ‘कांग्रेस ने हमेशा….
MP Couple Committed Suicide: पांच पेज का सुसाइड नोट बरामद
एसडीओपी आकाश अमलकर ने बताया कि घटनास्थल से पांच पेज का सुसाइड (suicide) नोट मिला है। सुसाइड नोट में राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, मुख्य न्यायाधीश, संसद में नेता प्रतिपक्ष समेत 17 लोगों के नाम लिखकर छह बिंदुओं में पूरी घटना लिखी है, जिसके चलते उसे आत्महत्या (committed suicide) करने पर मजबूर होना पड़ा। सुसाइड (suicide) नोट में लिखा है कि जांच एजेंसी के अधिकारी ने उस पर भाजपा में शामिल होने का दबाव बनाया था।
घटना की जानकारी मिलने पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी आष्टा पहुंचे और मृतक दंपती के बेटे जतिन परमार और भाई राजेश परमार से बात की। घटना को लेकर कांग्रेस ने परमार पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है। मृतक के बड़े बेटे जतिन परमार ने कहा कि ईडी वालों ने उस पर मानसिक दबाव बनाया था। इसी के चलते माता-पिता ने आत्महत्या (committed suicide) कर ली। वहीं मनोज के भाई राजेश परमार ने कहा कि ईडी की ओर से मनोज मानसिक दबाव में था। इससे पहले भी कार्रवाई हुई थी, जिससे वह परेशान था।
MP Couple Committed Suicide: राहुल गांधी को बच्चों ने भेंट की थी गुल्लक
गौरतलब है कि कारोबारी मनोज परमार ने न्याय यात्रा के दौरान कांग्रेस सांसद राहुल गांधी को अपने बच्चों की गुल्लक भेंट की थी। इसके बाद वह चर्चा में आया था। पांच दिसंबर को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने उसके घर और दफ्तर पर छापा मारा था। इसके बाद से वह परेशान था। मृतक मनोज परमार के तीन बच्चे हैं, जिनमें बेटी जिया (18), बेटा जतिन (16) और यश (13) शामिल हैं।
MP Couple Committed Suicide: जानें सुसाइड नोट में क्या लिखा…
मनोज के कमरे से मिले सुसाइड (suicide) नोट में लिखा है कि 5 दिसंबर को ईडी ने सुबह 5 बजे मेरे घर पर छापा मारा। एक भी कागज नहीं छोड़ा। किसी और के 10 लाख रुपए, जेवर और ओरिजनल दस्तावेज ले गए। ईडी के असिस्टेंट डायरेक्टर संजीत कुमार साहू ने मेरे साथ गाली-गलौज की। मारपीट की। भगवान शिव की मूर्ति तोड़ दी और कहा कि अगर तुम बीजेपी में होते तो तुम्हारे खिलाफ कोई केस नहीं होता। ईडी के असिस्टेंट डायरेक्टर ने मेरे कंधे पर पैर रखकर कहा कि अपने बच्चों को बीजेपी में शामिल करवाओ।
राहुल गांधी के खिलाफ वीडियो बनाओ। बिना कोई बयान लिए उन्होंने खुद ही बयान लिख दिया। उन्होंने मेरे हस्ताक्षर भी ले लिए। घर से मोबाइल फोन और कागजात भी ले गए। अधिकारी बार-बार कहते रहे कि इतनी धाराएं लगा देंगे कि राहुल गांधी प्रधानमंत्री बनने के बाद भी उन्हें हटा नहीं पाएंगे। इसलिए मामला निपटाओ और मुक्त हो जाओ। मैंने परिवार के बारे में बताया कि सभी निर्दोष हैं लेकिन उन्होंने एक भी बात नहीं सुनी। मैं राहुल गांधी से अनुरोध करता हूं कि मेरे जाने के बाद बच्चों का ख्याल रखना। बच्चों को अकेला मत छोड़ो।” ईडी की टीम ने कई दस्तावेज जब्त किए थे
MP Couple Committed Suicide: परमार के घर इसलिए ईडी की थी छापेमारी
जानकारी के अनुसार वर्ष 2017 में प्रधानमंत्री स्वरोजगार सृजन कार्यक्रम और मुख्यमंत्री युवा उद्यमी योजना के तहत सर्विस सेंटर, रेडीमेड कपड़ों की फैक्ट्री के नाम पर बैंक से लोन लेकर 6 करोड़ रुपए से अधिक का घोटाला किया गया था। आरोपियों ने साजिश रचकर 6 महीने के अंदर 18 लोन लिए। इसमें फर्जी दस्तावेजों का इस्तेमाल किया गया। इसमें परमार का नाम भी शामिल था।
बताया जाता है कि 5 दिसंबर को ईडी की टीम ने परमार के आष्टा स्थित घर के साथ ही इंदौर में उसके चार ठिकानों पर कार्रवाई कर दस्तावेज और अन्य सामान जब्त किया था। उसके करीबी के यहां से भी दस्तावेज जब्त किए जाने की बात सामने आई थी। अभी यह खुलासा नहीं हो पाया है कि किन चल-अचल संपत्तियों के दस्तावेज जब्त किए गए हैं।