प्रदेश छत्तीसगढ़

केंद्रों में धान उठाव की सुस्त रफ्तार, समितियों को हो सकता है नुकसान

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धमतरी: धमतरी जिले में धान खरीद के बाद से उठाव की गति धीमी है। ऐसे में केंद्रों में धान जाम हो रहा है। जिले के पंजीकृत राईस मिलर शासन के आदेशानुसार प्रदेश के कई जिलों से धान का उठाव कर रहे हैं, ऐसे में धमतरी जिले में धान का उठाव अभी खरीद से सिर्फ आधा हुआ है। एक नवंबर से अब तक खरीदे गए धान में से सिर्फ साढ़े पांच लाख क्विंटल का उठाव किया है, जबकि अभी भी केन्द्रों में इससे अधिक धान शेष है, जिसका उठाव किया जाना है।

धमतरी जिले में 204 राईस मिलरों का पंजीयन है, जो धान का उठाव कर रहे हैं। जिला नोडल अधिकारी कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार एक नवंबर से अब तक जिले के सभी 97 खरीद केन्द्रों में 10 लाख 86244 क्विंटल धान की समर्थन मूल्य पर खरीद कर ली गई है, इसमें से उठाव सिर्फ पांच लाख 57671 क्विंटल का हुआ है, जबकि अभी भी केन्द्रों में इससे अधिक धान पड़ा हुआ है। जबकि धान कटाई-मिंजाई में तेजी आने के बाद से केंद्रों में समर्थन मूल्य पर धान की खरीदी में तेजी आ गई है। धान के उठाव में यदि तेजी नहीं आई, तो जाम की स्थिति भी निर्मित हो सकती है। समर्थन मूल्य में धान खरीद के 72 घंटे के भीतर धान का उठाव किया जाना है, लेकिन केंद्रों में ऐसा नहीं किया जा रहा है। सूखत से समितियों को नुकसान उठाना पड़ सकता है। ऐसे में खरीद केंद्रों के अधिकारी-कर्मचारी शीघ्र धान के उठाव करने की मांग कर रहे हैं, ताकि उन्हें नुकसान उठाना न पड़े।

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डीएमओ सीआर जोशी ने बताया कि धमतरी जिले के राईस मिलर धमतरी जिले के सभी 97 खरीद केंद्रों के अलावा बालाेद, कोंडागांव, मोहला, राजनांदगांव, गरियाबंद, महासमुंद, कांकेर समेत अन्य कुछ जिलों से धान का उठाव कर रहे हैं। धमतरी जिले के खरीद केन्द्रों से तेजी से धान के उठाव के लिए डीईओ जारी किया गया है, ताकि समय पर धान का उठाव हो सके। शासन के नियमानुसार जिले के पंजीकृत मिलर धमतरी के अलावा अन्य जिलों से भी धान का उठाव कर रहे हैं। धान का उठाव जिले में संतोषप्रद है, पिछड़ने वाली कोई बात नहीं है। इस साल समय रहते खरीद केन्द्रों से धान का उठाव कर लिया जाएगा। उल्लेखनीय है कि धमतरी जिले में अब तक 36524 किसान अपना धान बेच चुके हैं। इन किसानों से 10 लाख 86 हजार क्विंटल की खरीदी कर ली गई है, जो लक्ष्य का 22 प्रतिशत है।

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