मुंबईः अभिनेत्री कंगना रनौत अपनी बेबाक बयानों के महशूर हैं। देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान पद्मश्री से सम्मानित हुईं कंगना एक बार फिर अपने विवादित बयान को लेकर चर्चा में आ गयी हैं। दरअसल एक कार्यक्रम में कंगना रनौत ने कहा था कि 1947 में जो आजादी मिली वो भीख थी, असली आजादी तो 2014 में मिली। इस बयान के बाद कंगना रनौत को सोशल मीडिया पर जमकर आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है।
कभी महात्मा गांधी जी के त्याग और तपस्या का अपमान, कभी उनके हत्यारे का सम्मान, और अब शहीद मंगल पाण्डेय से लेकर रानी लक्ष्मीबाई, भगत सिंह, चंद्रशेखर आज़ाद, नेताजी सुभाष चंद्र बोस और लाखों स्वतंत्रता सेनानियों की कुर्बानियों का तिरस्कार।
— Varun Gandhi (@varungandhi80) November 11, 2021
इस सोच को मैं पागलपन कहूँ या फिर देशद्रोह? pic.twitter.com/Gxb3xXMi2Z
वहीं कंगना के इस बयान पर भाजपा नेता वरूण गांधी ने भी ट्वीट किया। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा कि कभी महात्मा गांधी के त्याग और तपस्या का अपमान, कभी उनके हत्यारे का सम्मान और अब शहीद मंगल पांडेय लेकर रानी लक्ष्मीबाई, भगत सिंह, चंद्रशेखर आजाद, नेताजी सुभाष चंद्र बोस और लाखों स्वतंत्रता सेनानियों की कुर्बानियों का तिरस्कार। इस सोच को मैं पागलपन कहूं या फिर देशद्रोह?
यह भी पढ़ें-तमिलनाडुः भारी बारिश से 3,500 हेक्टेयर फसल बर्बाद, अनुदान की आस…
वरूण गांधी के बयान पर पलटवार करते हुए कंगना ने कहा कि- हालांकि, मैंने साफ-साफ यह बताया था कि 1857 में आजादी की पहली लड़ाई हुई, जिसे दबा दिया गया। इसके बाद ब्रिटिश हुकूमत का अत्याचार और क्रूरता बढ़ गयी। लगभग एक सदी बाद गांधी के भीख के कटोरे में हमें आजादी दे दी गयी… जा और रो अब।
(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें…)