देश में रफ्तार पकड़ रहा Omicron, महाराष्ट्र और केरल में 4-4 नए केस, संक्रमितों की संख्या पहुंची 73

मुंबईः देश में कोरोना का ओमिक्रॉन (Omicron) वैरिएंट तेजी से रफ्तार पकड़ रहा है। भारत में अब तक ओमिक्रॉन के 73 मामले सामने आ चुके हैं। महाराष्ट्र में इस वैरिएंट के मामले तेजी से आगे बढ़ रहे हैं। महाराष्ट्र और केरल में बुधवार को इस नए वैरिएंट के 4-4 नए मरीज मिले, तो तमिलनाडु में भी एक केस सामने आया। जबकि बुधवार को पश्चिम बंगाल में भी ओमिक्रॉन का पहला केस मिला। यहां 7 साल का बच्चा संक्रमित पाया गया।

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महाराष्ट्र में 32 हुई संक्रमितों की संख्या

महाराष्ट्र में चार नए मामले सामने आने से संक्रमितों की संख्या अब 32 हो गई है। इनमें मुंबई से दो और उस्मानाबाद और बुलढाणा जिलों से एक-एक मामले शामिल हैं, जिनमें से एक नाबालिग भी है। इन नए संक्रमितों में से एक महिला है और तीन ने हाल ही में शारजाह, दुबई और आयरलैंड की यात्रा की थी। तीन वयस्कों को टीका लगाया गया है, जबकि 16 वर्षीय नाबालिग वैक्सीन के लिए पात्र नहीं है। सभी रोगियों में कोई लक्षण नहीं देखे गए हैं, लेकिन वे इलाज के लिए अस्पतालों में भर्ती हैं।

वर्तमान में, महाराष्ट्र के ओमिक्रॉन मामले मुंबई में सबसे अधिक (14) सहित कई क्षेत्रों में फैले हुए हैं, इसके बाद पुणे जिले में 12 मरीज हैं, जबकि पालघर, ठाणे, लातूर, नागपुर, उस्मानाबाद और बुलढाणा में एक-एक मामला देखने को मिला है। तीन अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डों – मुंबई, पुणे और नागपुर – पर आने वाले यात्रियों की गहन निगरानी वर्तमान में 1 दिसंबर से चल रही है।

अधिकारियों ने कहा कि कुल 14,522 यात्री उच्च जोखिम वाले देशों से और 9 अन्य देशों से यहां आए हैं, जिनमें से 30 पॉजिटिव पाए गए हैं। उन सभी की सभी रिपोर्ट जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजी गई है, ताकि यह पुष्टि हो सके कि वे ओमिक्रॉन से पीड़ित हैं या नहीं। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने कहा कि इसके अलावा, 1 नवंबर से किए गए क्षेत्र सर्वेक्षणों के 447 नमूने जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजे गए हैं, जिनमें से 32 के परिणामों का इंतजार है।

ओमिक्रॉन से पूरी दुनिया में मचा हड़कंप

बता दें कि पूरी दुनिया में कोरोना के नए Omicron variant के बढ़ते मामलों से हड़कंप मचा हुआ है। वैज्ञानिक इस वैरिएंट के बारे में अधिक और अधिक जानकारी जुटाने की कोशिश कर रहे हैं। दक्षिण अफ्रीका और यूके के डेटा के मुताबिक, ये वैरिएंट बच्चों को ज्यादा शिकार बना रहा है। ब्रिटिश एक्सपर्ट्स की माने तो, आने वाले दिनों में हर किसी के लिए ये वैरिएंट एक बड़ी चुनौती बनने वाला है।

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