चंढीगढ़ः नूंह (Nuh Violence) में ब्रजमंडल जलाभिषेक यात्रा के दौरान हुई हिंसा के दौरान बरसते पत्थरों और फायरिंग के बीच बचकर निकले वीएचपी और बजरंग दल से जुड़े लोगों ने पूरा हाल बयां किया। बैठक में सरकार से मृतक के परिजनों को एक करोड़ मुआवजा, सरकारी नौकरी और जले वाहनों के लिए मुआवजा देने और दोषियों को सजा देने की भी मांग की गयी। मंगलवार को रेलवे रोड स्थित अग्रसेन धर्मशाला में हुई इस बैठक में कई लोगों ने हिंसा के दौरान के हालात बताए।
बैठक में सरकार से मृतक के परिजनों को एक करोड़ मुआवजा, सरकारी नौकरी और जले वाहनों के लिए मुआवजा देने और दोषियों को सजा देने की भी मांग की गयी। बैठक में बजरंग दल के रोहतक मंडल संयोजक नीरज वत्स ने कहा कि झज्जर जिले से कुल 170 लोग ब्रज मंडल की 84 कोसी परिक्रमा में भाग लेने गए थे। उन्होंने बताया कि नलहर मंदिर के पास 100 मीटर तक गाड़ियां जल गईं। रात 8।30 बजे हमारी गाड़ी निकली। इसके बाद भी महिलाओं की बस पर हमले की कोशिश की गई।
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डर के मारे बेहोश हो गई महिलाएं
बैठक में जयपाल दहिया ने कहा कि वे पहली बार नूंह क्षेत्र में गये हैं। फायरिंग मंदिर से बसों में चढ़ते वक्त हुई। एक बार तो मैंने खुद स्कूटी के पीछे छुपकर अपनी जान बचाई थी। वहां जो स्थिति बनी है, उसकी मैंने कभी कल्पना भी नहीं की थी। मेरे सामने ही चार महिलाएं डर के मारे बेहोश हो गई थीं। हमारी ओर पेट्रोल बम भी फेंके गए। विहिप के जिलाध्यक्ष जगदीश एलावधी ने बताया कि यह यात्रा तीन साल से चल रही है। एक समय अमरनाथ यात्रा को भी रोकने की कोशिश की गई थी। फिर बजरंग दल ने दिखायी हिंदुओं की ताकत। इस बार ब्रजमंडल यात्रा अधूरी रह गई। जल्द ही इसे पूरा करने का कार्यक्रम तय किया जाएगा।
इस बैठक में डॉ अजीत आनंद ने समुदाय विशेष का आर्थिक बहिष्कार करने, उनके साथ किसी भी तरह का व्यापार नहीं करने का आह्वान किया। बैठक में साहिल चावला, चिराग परूथी, नरेश भारद्वाज, सुमित वत्स, हेमंत पंडित, अश्वनी कुमार, कृष्ण चावला सहित कई कार्यकर्ता शामिल हुए।
अब तक 6 की मौत
बता दें कि यह हिंसा (Nuh Violence) ब्रज मंडल शोभा यात्रा के दौरान पुन्हाना में पथराव के बाद हुई थी। उपद्रवियों ने वाहनों को आग के हवाले कर दिया। स्थिति को देखते हुए नूंह में फरीदाबाद, पलवल और गुरुग्राम जिलों से अतिरिक्त पुलिस बल और अर्धसैनिक बल तैनात किए गए। रात करीब 11 बजे अर्धसैनिक बलों ने फ्लैग मार्च किया। धार्मिक स्थल पर फंसे लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला गया।
रात 12 बजे के बाद खत्म हुई शांति वार्ता में कोई सहमति नहीं बनने पर मंगलवार को दोबारा बैठक बुलाई गई है। नूंह में फैली हिंसा के बाद अब तक 6 लोगों की मौत हो चुकी है, जिनमें दो पुलिसकर्मी भी शामिल हैं। जबकि 50 से ज्यादा लोगों की घायल होने की सूचना है। हिंसा के हरियाणा के जिलों में धारा 144 लगा दी गई है। साथ ही इंटरनेट सेवाएं भी बद कर दी गई है।
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