कुल्लू: केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राज्य सड़क मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari Himachal visit) ने हिमाचल प्रदेश में बारिश, भूस्खलन और बाढ़ से क्षतिग्रस्त सड़कों की मरम्मत के लिए वित्तीय सहायता की घोषणा की है। गडकरी ने सेतु भारतम योजना के तहत हिमाचल के लिए 400 करोड़ रुपये की घोषणा की।
केंद्रीय मंत्री गडकरी कुल्लू-मनाली में बाढ़ प्रभावित स्थानों का दौरा (Nitin Gadkari Himachal visit) करने के बाद यहां पत्रकारों से बात कर रहे थे। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के अनुरोध पर बाढ़ से क्षतिग्रस्त राजमार्ग की मरम्मत के लिए 80 करोड़ रुपये दिल्ली पहुंचते ही जारी कर दिये जायेंगे। उन्होंने कहा कि प्रस्तावित 15 किलोमीटर लंबी सड़क का निर्माण हमीरपुर जिले के रंगस में 50 करोड़ रुपये की लागत से और शाहपुर से चौरी सड़क चंबा में 53 करोड़ रुपये की लागत से की जाएगी।
नदी के किनारों पर बनेंगी दीवारें
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि इस मानसूनी बारिश के बाद भूस्खलन और बाढ़ से हिमाचल प्रदेश (Nitin Gadkari Himachal visit) को करोड़ों रुपये का नुकसान हुआ है। ब्यास नदी ने कुल्लू और मंडी में भारी तबाही मचाई है। ब्यास नदी से हुई तबाही के कारणों का भी पता लगाया जाएगा और इसके लिए एक विशेषज्ञ समिति का भी गठन किया गया है। एनएचएआई नदी से निकलने वाले पत्थरों से नदी के किनारों पर बड़ी कंक्रीट की दीवारें बनाएगा ताकि बरसात के दौरान नुकसान कम हो। उन्होंने कहा कि हिमाचल में नेशनल हाईवे और पुलों को जो भी नुकसान हुआ है, उसकी मरम्मत की जाएगी और इसका पूरा खर्च एनएचएआई उठाएगी।
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बिजली महादेव में शुरू होगी रोपवे परियोजना
गडकरी ने कहा कि कुल्लू के बिजली महादेव में 250 करोड़ रुपये की रोपवे परियोजना का काम जल्द शुरू होगा और यह 15 अगस्त तक पूरा हो जाएगा। उन्होंने पूछा कि सड़क का पुनर्निर्माण कैसे किया जाना चाहिए ताकि भविष्य में सड़क क्षतिग्रस्त न हो। एनएचएआई इस संबंध में विशेष रूप से काम करेगा। उन्होंने कहा कि नदी के तटीकरण के संबंध में स्विट्जरलैंड की एक तकनीकी टीम से भी परामर्श लिया जाएगा। उन्होंने राज्य सरकार से भी अपने स्तर पर योजना तैयार करने को कहा है।
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