Wednesday, November 6, 2024
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निर्मला सीतारमण ने उठाया रोजगार सृजन का मुद्दा, वर्ल्ड बैंक से मांगी मदद

New Delhi: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने रोजगार सृजन को दुनिया का सबसे बड़ा मुद्दा बताया। उन्होंने विश्व बैंक ( World Bank) से रोजगार सृजन करने वाले उच्च प्राथमिकता वाले कौशल क्षेत्रों की पहचान करने के लिए देशों के साथ सहयोग करने का आह्वान किया।

वैश्विक समस्या बन रही नौकरी निर्मला सीतारमण

वित्त मंत्रालय ने शुक्रवार को ‘एक्स’ पोस्ट पर जारी बयान में कहा कि केंद्रीय वित्त मंत्री ने गुरुवार को विश्व बैंक की बैठक में कहा कि रोजगार सृजन दुनिया भर में सबसे महत्वपूर्ण मुद्दा है, खासकर लगातार आर्थिक चुनौतियों और तेजी से हो रही तकनीकी प्रगति के मद्देनजर जो श्रम बाजार को नया आकार दे रही है। सीतारमण ने यह बात ‘विश्व बैंक को अपनी भविष्य की रणनीतिक दिशा कैसे निर्धारित करनी चाहिए और उभरते मेगाट्रेंड के साथ तालमेल रखने के लिए ग्राहकों को अधिक नौकरियां पैदा करने में कैसे मदद करनी चाहिए’ पर एक चर्चा में कही।

अपने संबोधन में सीतारमण ने इस बात पर जोर दिया कि लगातार आर्थिक चुनौतियों और तेजी से हो रहे तकनीकी बदलावों के मद्देनजर नौकरियां सबसे बड़ी वैश्विक समस्या बन गई हैं।

बहु-क्षेत्रीय विश्लेषण समय की मांग है

वित्त मंत्री ने कहा कि विश्व बैंक ने पहले भी क्षेत्रीय रुझानों और रोजगार पर उनके संभावित प्रभाव पर कई अध्ययन किए हैं। इनमें ‘ग्रीन जॉब्स’, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के आगमन के बाद की नौकरियां और बदलती जनसांख्यिकी के कारण होने वाले बदलाव जैसे क्षेत्रों पर अध्ययन शामिल हैं। हालांकि, उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि समय की मांग है कि अधिक व्यापक, बहु-क्षेत्रीय विश्लेषण किया जाए।

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विश्व बैंक से मांगी मदद

अपने संबोधन में वित्त मंत्री ने विश्व बैंक से डेटा, एनालिटिक्स और ज्ञान कार्य के आधार पर उच्च प्राथमिकता वाले कौशल क्षेत्रों की पहचान करने के लिए देशों के साथ सहयोग करने का आग्रह किया, जिसमें रोजगार सृजन, कौशल मिलान और श्रम प्रतिधारण पर ध्यान केंद्रित किया जाए। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि इस बात पर विचार किया जाना चाहिए कि उभरते रुझान कैसे परस्पर क्रिया करते हैं और वे नौकरी छूटने और रोजगार सृजन दोनों को कैसे प्रभावित करते हैं। गौरतलब है कि केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष और विश्व बैंक की वार्षिक बैठकों में भाग लेने के लिए अमेरिकी राजधानी में मौजूद हैं।

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