Nepal Flood & Landslide ,Kathmandu : नेपाल में भारी बारिश से आई विनाशकारी बाढ़ और भूस्खलन के कारण मरने वालों की संख्या बढ़कर 170 हो गई है। देशभर में राहत और बचाव कार्य जारी है। इन आपदाओं के कारण कई इलाकों में भयावह दृश्य देखने को मिले हैं। भारी बारिश के कारण आई बाढ़ के कारण कई इलाके पानी में डूबे हुए हैं। भूस्खलन से उखड़ी कई सड़कें मलबे से ढकी हुई हैं।
162 लोगों को किया गया एयरलिफ्ट
नेपाल के गृह मंत्रालय ने रविवार को पुष्टि की कि इन आपदाओं में 111 लोग घायल हुए हैं, जबकि करीब 4,000 लोगों को बचाया गया है। द हिमालयन टाइम्स ने बताया कि सुरक्षा एजेंसियों की तैनाती के साथ बचाव और राहत कार्यों सहित खोज अभियान तेज कर दिए गए हैं। नेपाल सेना के हेलीकॉप्टरों ने कावरे, सिंधुली और ललितपुर जिलों के कुछ हिस्सों में घायल या फंसे 162 लोगों को एयरलिफ्ट किया है। आपदा में बचे लोगों तक खाद्य सामग्री समेत राहत सामग्री पहुंचाई जा रही है। साथ ही, घायलों का सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों में इलाज चल रहा है।
भारी बारिश और भूस्खलन ने मचाई तबाही
लगातार बारिश के कारण आई बाढ़ और भूस्खलन में नेपाल के जलविद्युत संयंत्रों और सिंचाई सुविधाओं को भारी नुकसान पहुंचा है, जिससे 4.35 बिलियन नेपाली रुपये (32.6 मिलियन डॉलर) का नुकसान होने का अनुमान है। रविवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में नेपाल के ऊर्जा, जल संसाधन और सिंचाई मंत्रालय के अधिकारियों ने कहा कि शुक्रवार (27 सितंबर) और शनिवार (28 सितंबर) को लगातार बारिश के कारण आई आपदा से जलविद्युत और ट्रांसमिशन परियोजनाओं को भी भारी नुकसान हुआ है, जबकि नदी नियंत्रण और सिंचाई परियोजनाओं को लगभग 1.35 बिलियन रुपये (10.1 मिलियन डॉलर) का नुकसान हुआ है।
#WATCH | Nepal Floods | Death toll rises to 170 after torrential rainfall-induced landslide and flooding sweeps across the country: Home Ministry
Rescue operations underway pic.twitter.com/diJ0kGCFhk
— ANI (@ANI) September 29, 2024
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अधिकारियों के अनुसार, बाढ़ के कारण 11 चालू जलविद्युत संयंत्र क्षतिग्रस्त हो गए हैं, जिनकी संयुक्त उत्पादन क्षमता 625.96 मेगावाट है और अन्य चालू संयंत्रों को बंद करना पड़ा है। कहा जा रहा है कि इसके कारण 1,100 मेगावाट की उत्पादन क्षमता ठप हो गई है, जो देश के चालू बिजली संयंत्रों की कुल क्षमता का करीब एक तिहाई है। निर्माणाधीन पंद्रह जलविद्युत संयंत्र भी क्षतिग्रस्त हो गए हैं।
बिजली आपूर्ति पूरी तरह ठप
जलविद्युत और ट्रांसमिशन लाइनों को नुकसान पहुंचने के कारण देश के विभिन्न हिस्सों में बिजली आपूर्ति पूरी तरह ठप हो गई है। नेपाल विद्युत प्राधिकरण के प्रबंध निदेशक कुल मान घीसिंग ने कहा, “आगामी सर्दियों में देश के लिए पर्याप्त बिजली की व्यवस्था करना चुनौतीपूर्ण हो सकता है, क्योंकि क्षतिग्रस्त बिजली संयंत्रों के रखरखाव और मरम्मत में समय लगता है।”