Uttarakhand Snowfall, नैनीतालः पिछले चार माह से बारिश की बूंदों को तरस रही रूठी प्रकृति सोमवार को अचानक मेहरबान हो गई। प्रकृति का स्वर्ग कही जाने वाली सरोवर नगरी नैनीताल के साथ ही जिले के मुक्तेश्वर, धानाचूली, पदमपुरी और मनाघेर (Mukteshwar, Dhanachuli, Padampuri and Managher) क्षेत्रों में हल्की बर्फबारी (snowfall) हुई है। इस मौसम में हो रही बारिश पर्यावरण, कृषि और बागवानी (Rainfall Environment, Agriculture and Horticulture) के साथ ही मानव स्वास्थ्य के लिए संजीवनी मानी जा रही है। गौरतलब है कि पिछले 3-4 दिनों से नैनीताल समेत आसपास के क्षेत्रों में शीतलहर चल रही थी और इसी के चलते सोमवार को अधिकतम और न्यूनतम तापमान में 3-4 डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई और यह 12.8 और न्यूनतम 4 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया।
Uttarakhand Snowfall: हीटर का सहारा ले रहे लोग
शहर में सुबह धूप खिली रही लेकिन कुछ ही देर में शीतलहर के साथ आसमान बादलों से घिर गया और दोपहर बाद बारिश शुरू हो गई और दोपहर करीब ढाई बजे बर्फबारी (snowfall) शुरू हो गई। हालांकि करीब 2 घंटे तक बर्फबारी के बाद शहर में धूप भी निकली लेकिन बाद में फिर से बारिश शुरू हो गई। इस तरह एक ही दिन में प्रकृति अपने कई रूप दिखाती नजर आई। हालांकि, आगे भी बारिश और बर्फबारी की संभावना बनी हुई है और लोग ठंड से बचने के लिए अलाव और हीटर का सहारा ले रहे हैं।
Uttarakhand Snowfall: बढ़ती ठंड को लेकर प्रशासन अलर्ट
मौसम का मिजाज बदलते ही ठंड का असर बढ़ने लगा है। पहाड़ों में बर्फबारी (snowfall) और मैदानी इलाकों में हल्की बारिश के बाद ठंड ने अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है। मौसम विभाग के अनुसार, 10 दिसंबर के बाद प्रदेश में मौसम फिर से शुष्क हो जाएगा, लेकिन पश्चिमी विक्षोभ के कारण तापमान में 3 से 5 डिग्री की गिरावट आ सकती है, जिससे ठंड और बढ़ सकती है। बढ़ती ठंड को देखते हुए लक्सर प्रशासन अलर्ट मोड पर है। लक्सर तहसील के एसडीएम गोपाल सिंह चौहान ने नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी मोहम्मद कामिल को रैन बसेरे का निरीक्षण करने के निर्देश दिए। इसके बाद मोहम्मद कामिल ने नगर के रैन बसेरे का निरीक्षण कर वहां उपलब्ध सुविधाओं का जायजा लिया।
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निरीक्षण के दौरान उन्होंने रैन बसेरे में साफ-सफाई, पानी, रसोई और गड्ढे की सफाई व्यवस्था का जायजा लिया। सफाई कर्मचारियों को उचित व्यवस्था करने के निर्देश दिए। रैन बसेरे में 20 बेड हैं और इसकी क्षमता 30 बेड की है। इसके अलावा एसडीएम व अधिशासी अधिकारी को नगर में अलाव की व्यवस्था करने के भी निर्देश दिए, ताकि जरूरतमंदों को ठंड से राहत मिल सके।
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