वाशिंगटन: अमेरिका ने म्यांमार में हाल ही में बड़े स्तर पर रोहिंग्याओं का नरसंहार और हज़ारों लोगों को जेल में ठूंस दिए जाने के लिए मिलिटरी जुंटा को दोषी ठहराया है। वाशिंगटन स्थित यू एस होलोकास्ट मेमोरियल म्यूज़ियम में रविवार को आयोजित एक कार्यक्रम में विदेश मंत्री एंथनी ब्लिकेन ने सम्बोधित किया और म्यांमार सेना की निंदा की।
एक रिपोर्ट में कहा गया है कि यह नरसंहार व्यापक और योजनाबद्ध ढंग से किया गया था। रविवार की सायं जारी एक रिपोर्ट में कहा गया है कि म्यांमार की सेना नरसंहार और मानवता के विरुद्ध काम की दोषी है। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि नवम्बर 2020 में हुए आम चुनाव में कथित एक बड़ी धांधली के नाम पर मिलिटरी जुंटा ने लोकतंत्र की प्रहरी आंग संग सू की को घर में बंदी बनाए जाने के साथ हज़ारों लोगों को जेल में ठूंसना सरासर अन्यायपूर्ण है। मिलिटरी जुंटा का मक़सद मुस्लिम समुदाय को नष्ट करना है।
म्यांमार की सेना के प्रमुख जनरल मिन आंग हलयोंग पर आरोप लगाया गया है कि उनके नेतृत्व में 1 फ़रवरी 2021 में सेना की मदद से तख्ता पलट दिया गया और मानवाधिकारों को कुचल दिया गया। इसके लिए बड़े स्तर पर योजनाबद्ध ढंग से नरसंहार हुए। इससे पूर्व सन 2017 में बड़े स्तर पर मिलिटरी की छत्र छाया में नरसंहार हुए और सात लाख तीस हज़ार रोहिंग्याओं को बांग्लादेश में शरण लेनी पड़ी थी।