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पंजाब विधानसभा में गूंजा गैंगस्टर अंसारी का मामला, मजीठिया ने लगाए गंभीर आरोप

PANJAB

चंडीगढ़: गैंगस्टर मुख्तार अंसारी का मामला बुधवार को पंजाब विधान सभा में गूंजा। शून्यकाल में अकाली दल के विधायक और पूर्व मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया ने कहा कि पंजाब सरकार अंसारी को जेल में विशिष्ट मेहमान की तरह रख रही है। उन्होंने कहा कि आश्चर्य की बात है कि जिस मामले में पंजाब ने अंसारी को गिरफ्तार किया है उसमें न तो अंसारी जमानत लेने का प्रयास कर रहे हैं, न ही पंजाब पुलिस उसके खिलाफ अदालत में चालान पेश किया जा रहा है। जबकि तीन माह में अगर पुलिस अदालत में चालान पेश नहीं करती तो अभियुक्त की जमानत हो जाती है लेकिन यहां पंजाब में कांग्रेस सरकार का अंसारी से 'लव -अफेयर' चल रहा है।

मजीठिया ने कहा कि गैंगस्टर अंसारी के खिलाफ 10 मामले दर्ज हैं जिनमें हत्या, डकैती, फिरौती के मामले शामिल हैं। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार अंसारी को बचाने के लिए महंगी फीस वाले वकील को मोटा धन दे रही है जबकि पंजाब के कर्मचारी आंदोलनरत हैं और सरकार ने उनके वेतन, भत्ते, टीए, डीए नहीं दे रही है। कोरोनाकाल में प्राइवेट स्कूलों ने स्कूल बंद होने के बावजूद जीभर कर फीस वसूली की। पंजाब यूनिवर्सिटी को करोड़ों रुपये देने हैं। राज्य के एक माली द्वारा ख़ुदकुशी के मामले का जिक्र करते हुए मजीठिया ने कहा कि वेतन न मिल पाने से माली जैसे के लोग आत्महत्या कर रहे हैं लेकिन पंजाब सरकार दिल खोकर अंसारी पर खर्च कर रही है।

मजीठिया ने अंसारी के मामले में महंगे वकील करने का जिक्र करते हुए कहा कि पंजाब सरकार खुलकर अदालत में अंसारी के पक्ष में केस लड़ रही है। उन्होंने कहा कि मोहाली में एक रियल एस्टेट सोसाइटी से अंसारी के अधूरे नाम को लेकर एक शिकायत की गई है कि किसी अंसारी ने उन्हें उत्तर प्रदेश से फ़ोन करके धमकी दी है। इसी शिकायत को आधार बना कर पंजाब पुलिस अंसारी को पंजाब लाया गया और उसे विशेष अतिथि की तरह रखा जा रहा है।

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जेल व्यवस्था का जिक्र करते उन्होंने कहा कि पंजाब की जेलों में गैंगस्टर सरेआम समागम मनाते हैं। उन्होंने कहा कि पंजाब में कानून व्यवस्था की स्थिति खराब है और अंसारी पर पंजाब सरकार करोड़ों रुपये खर्च कर रही है ताकि पंजाब की राजनीति में अंसारी का इस्तेमाल किया जा सके और विरोधियों पर हमले करवाए जा सकें।