लखनऊः उत्तर प्रदेश में चुनाव नतीजे घोषित हो चुके हैं। एक बार फिर भाजपा ने बड़ी जीत दर्ज की है। तीन दशक बाद किसी पार्टी के द्वारा लगातार दूसरी बार सत्ता पर कब्जा जमाया गया है। विधाससभा 2022 के विजेता उम्मीदवारों द्वारा घोषित आपराधिक मामलों की बात करे तो 403 में से 205 (51 फीसदी) विजेता उम्मीदवारों ने अपने ऊपर आपराधिक मामले घोषित किये हैं। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2017 में 402 में से 143 (36 फीसदी) विधायको ने अपने ऊपर आपराधिक मामले घोषित किये थे। वहीं अगर बात गंभीर आईपीसी की धाराओं में दर्ज मुकदमों के माननीयों की हो तो 158 (39 फीसदी) विजेता उम्मीदवारों ने अपने ऊपर गंभीर आपराधिक मामले घोषित किये है। जो उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2017 में 402 में से 107 (26 फीसदी) विधायकों ने अपने ऊपर गंभीर आपराधिक मामले घोषित किये थे। (आईपीसी-302) से सम्बंधित मामले घोषित किये हैं। 29 विजेता उम्मीदवारों ने अपने ऊपर हत्या का प्रयास (आईपीसी-307) से सम्बंधित मामले, 6 विजेता उम्मीदवारों ने महिलाओं के ऊपर अत्याचार से सम्बंधित मामले, 6 में से 1 विजेता उम्मीदवार ने अपने ऊपर बलात्कार (आईपीसी-376) से सम्बंधित मामला घोषित किया हैं।
विजेता उम्मीदवारों द्वारा घोषित आपराधिक मामले दलवार इस प्रकार है
बीजेपी के 255 में से 111 (44 फीसदी), समाजवादी पार्टी के 111 में से 71 (64 फीसदी), आरएलडी के 8 में से 7 (88 फीसदी), सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के 6 में से 4 (67 फीसदी) नर्बल इंडियन शोषित हमारा अपना दल के 6 में से 4 (67 फीसदी), अपना दल (सोने लाल) के 12 में से 3 (25 फीसदी) जनसत्ता दल लोकतान्त्रिक के 2 (100 फीसदी) कांग्रेस के 2 (100 फीसदी) और 1 (100 फीसदी) बहुजन समाज पार्टी के विजेता उम्मीदवारों ने अपने ऊपर आपराधिक मामले घोषत किये हैं। वहीं विजेता उम्मीदवारों द्वारा गंभीर आपराधिक मामले दलवार बीजेपी के 255 में से 90 (35 फीसदी), समाजवादी पार्टी के 111 में से 48 (43 फीसदी), आरएलडी के 8 में से 5 (63 फीसदी), सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के 6 में से 4 (67 फीसदी), निर्बल इंडियन शोषित हमारा अपना दल के 6 में से 4 (67 फीसदी), अपना दल (सोने लाल) के 12 में से 2 (17 फीसदी) जनसत्ता दल लोकतान्त्रिक के 2 (100 फीसदी), कांग्रेस के 2 (100 फीसदी) और 1 (100 फीसदी) बहुजन समाज पार्टी के विजेता उम्मीदवारों ने अपने ऊपर गंभीर आपराधिक मामले घोषित किये हैं।
करोड़पति माननीयों में पिछली बार से 11 फीसदी ज्यादा
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 में करोड़पति विजेता उम्मीदवारों कि बात हो तो 403 में से 366 (91 फीसदी) विजेता उम्मीदवार करोड़पति है। वही उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2017 में 402 में से 322 (80 फीसदी) विधायक करोड़पति थे।
दलवार करोड़पति विधायकों की स्थिति
करोड़पति उम्मीदवार दलवार की बात करे तो बीजेपी के 255 में से 233 (91 फीसदी), समाजवादी पार्टी के 111 में से 100 (90 फीसदी), अपना दल (सोने लाल) के 12 में से 9 (75 फीसदी), आरएलडी के 8 में से 7 (88 फीसदी), सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के 6 (100 फीसदी), निर्बल इंडियन शोषित हमारा अपना दल के 6 (100 फीसदी), जनसत्ता दल लोकतान्त्रिक के 2 (100 फीसदी) कांग्रेस के 2 (100 फीसदी) और 1 (100 फीसदी) बहुजन समाज पार्टी के विजेता उमीदवार करोड़पति हैं। (घोषित संपत्तिः 1 करोड़ से ज्यादा )
45 फीसदी माननीय पांच करोड़ से ज्यादा की सम्पत्ति के मालिक
उत्तर प्रदेश विधानसभ चुनाव 2022 में विजेता उम्मीदवारों में 183 (45 फीसदी) उम्मीदवार जिनकी संपत्ति 5 करोड़ या उसके ऊपर हैं 122 (30 फीसदी), विजेता उम्मीदवार जिनकी संपत्ति 2 से 5 करोड़ की बीच हैं। 84 (20 फीसदी ऐसे विजेता उम्मीदवार हैं जिनकी संपत्ति 50 लाख से 2 करोड़ हैं। 12 (3 फीसदी) उम्मीदवार ऐसे हैं जिनकी संपत्ति 10 लाख से 50 लाख के बीच हैं वही 2 उम्मीदवार ऐसे भी हैं जिनकी संपत्ति 10 लाख के नीचे की हैं।
सबसे ज्यादा सम्पत्ति घोषित करने वाले माननीय
विजेता विधायकों में सबसे ज्यादा संपत्ति घोषित करने वाले शीर्ष 3 उम्मीदवारों में पहले स्थान पर मेरठ जनपद के भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार अमित अग्रवाल है, जिन्होंने अपनी संपत्ति 148 करोड़ बतायी है। दूसरे स्थान पर जनपद मुरादाबाद के मुरादाबाद रूरल विधान सभा सीट से समाजवादी पार्टी के मोहम्द नासिर है जिनकी संपत्ति 60 करोड़ हैं। वहीं तीसरे स्थान पर समाजवादी पार्टी के जनपद अम्बेडकर नगर के जलालपुर विधानसभा सीट से राकेश पांडेय है जिन्होंने अपनी संपत्ति 59 करोड़ बतायी है।
विधायकों की सम्पत्ति का औसत 8.06 करोड़
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 में विजेता उम्मीदवारों की औसतन संपत्ति 8.06 करोड़ है। जो 2017 में विधायकों की सम्पत्ति 5.92 करोड़ थी। वहीं 74 विजेता उम्मीदवारों ने अपनी देनदारी 1 करोड़ से अधिक घोषित की है।
76 फीसदी विधायक स्नातक
उत्तर प्रदेश इलेक्शन वाच एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 में 87 (22 फीसदी) विजेता उम्मीदवारों ने शैक्षिक योग्यता 8वीं और 12वीं के बीच घोषित की है। जबकि 305 (76 फीसदी) विजेता उम्मीदवारों ने अपनी शैक्षिक योग्यता स्नातक और इससे ज्यादा घोषित की हैं। 3 विजेता उम्मीदवारों ने अपनी शैक्षिक योग्यता डिप्लोमा धारक घोषित की हैं। वहीं 7 माननीयों ने अपनी शैक्षिक योग्यता साक्षर और 1 माननीय ने अपनी शैक्षिक योग्यता घोषित नहीं की है।
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इस बार विधानसभा में 42 फीसदी युवा विधायक
169 (42 फीसदी) विजेता उम्मीदवारों ने अपनी आयु 25 से 50 वर्ष के बीच घोषित की हैं, जबकि 232 (58 फीसदी) उम्मीदवारों ने अपनी आयु 51 से 80 वर्ष के बीच घोषित की हैं। 2 उम्मीदवारों ने अपनी आयु 80 वर्ष से अधिक घोषित की हैं। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 में 403 में से 47 (12 फीसदी) महिला विजेता उम्मीदवार हैं। वही 2017 में 402 में से 40 (10 फीसदी) महिला विधायक थी।
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