किश्तवाड़: जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले के ग्राम हंजंर में बादल फटने की घटना में लापता हुए लोगों की तलाश में गुरुवार तड़के से बचाव अभियान फिर से शुरू हो गया है। स्थानीय लोगों के मुताबिक आठ महिलाओं सहित गांव के 19 लोग अभी भी लापता हैं। बारिश के कारण देर रात पहाड़ से मलबा आ जाने के कारण बचाव अभियान रोकना पड़ गया था। बादल फटने से अभी तक सात लोगों की मौत हुई है जबकि 17 लोगों को बचा लिया गया है। पांच घायलों की हालत अभी भी गंभीर बनी हुई है। मृतकों की संख्या बढ़ सकती है।
पुलिस, सेना, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और स्थानीय लोगों ने मौसम साफ होते ही बचाव कार्य शुरू कर दिया था। बचाव दल इसी प्रयास में हैं कि जल्द से जल्द लापता लोगों का पता लगाया जा सके। सुबह से जारी बचाव कार्य के दौरान अभी तक किसी लापता व्यक्ति का कोई सुराग नहीं मिल पाया है।
यह भी पढ़ें- टोक्यो ओलंपिक: भारत की उम्मीदों को लगा झटका, कड़े मुकाबले में हारीं मैरीकॉमप्रशासनिक अधिकारियों ने बताया कि अभियान में तेजी लाने के लिए अतिरिक्त बचाव दलों को घटना स्थल की ओर रवाना किया गया है परंतु खराब मौसम के कारण देरी हो रही है। उप राज्यपाल मनोज सिन्हा ने किश्तवाड़ प्राकृतिक आपदा में जान गंवाने वालों के परिजनों के लिए 5-5 लाख रुपये की आर्थिक राशि प्रदान करने की घोषणा की है।