नई दिल्ली: 20 जुलाई से शुरू होने जा रहा संसद का मानसून सत्र नई या पुरानी बिल्डिंग में होगा या नहीं, इसे लेकर केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी ने तस्वीर साफ करते हुए कहा है कि इस बार के संसद के मानसून सत्र की शुरुआत संसद के पुराने भवन में ही होगी।
हालांकि, इसके साथ ही केंद्रीय मंत्री ने यह भी कहा कि जैसे ही संसद का नया भवन सत्र के लिए तैयार हो जाएगा, संसद की बैठक उसी नए भवन में आयोजित की जाएगी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में करीब पांच घंटे तक चली केंद्रीय मंत्रिपरिषद की बैठक के समापन के बाद मीडिया से बात करते हुए केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी ने कहा कि बैठक में प्रधानमंत्री ने बुनियादी विकास पर जोर दिया. देश के इंफ्रास्ट्रक्चर पर चर्चा की, काम करने का मंत्र दिया, परफॉर्मेंस पर चर्चा की, 2047 का विजन और रोड मैप बताया।
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इसके साथ ही बैठक में देश को आगे बढ़ाने पर भी चर्चा हुई। मीनाक्षी लेखी ने आगे कहा कि बैठक में विदेश सचिव ने प्रेजेंटेशन दिया और बताया कि इस बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की विदेश यात्रा कितनी अलग थी और इससे देश को क्या फायदा हुआ। लेखी ने कहा कि इस प्रेजेंटेशन के जरिए यह भी बताया गया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दौरे में इस बार भारत उन चीजों पर भी नतीजे लेकर आया है, जिनका जिक्र तीन-चार महीने पहले तक नहीं हो रहा था।
उन्होंने कहा कि बैठक में कुछ अन्य मंत्रालयों के सचिवों ने भी अपना प्रेजेंटेशन दिया। संसद के मानसून सत्र के लिए सरकार की तैयारियों के बारे में एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने कहा है कि जिन मंत्रालयों को विधेयक लाना है, उन्हें जल्द लाना चाहिए।
आगामी लोकसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर पूछे गए एक सवाल के जवाब में केंद्रीय मंत्री ने कहा कि 2024 की भी तैयारी है और सरकार की नौ साल की उपलब्धियों को जनता तक ले जाना है. हालांकि, उन्होंने कैबिनेट फेरबदल के बारे में पूछे गए सवाल को यह कहकर टाल दिया कि उन्हें यह सब नहीं पता। आपको बता दें कि संसद का मानसून सत्र 20 जुलाई से शुरू होने वाला है और यह 11 अगस्त तक चलेगा।