Bihar: दर्द से कराहती रही प्रसूता, डाॅक्टर की लापरवाही से अस्पताल में तोड़ा दम

नवादा: सरकार के द्वारा स्वास्थ्य सुविधा को बेहतर बनाने को लेकर लगातार प्रयास किया जा रहा है, लेकिन जिनके कंधों पर स्वास्थ्य सेवा बहाल करने की जिम्मेदारी है वो अपने कार्य में शिथिलता बरत रहे हैं। जिससे आये दिन इलाजरत मरीजों की मौत हो जाती है। ऐसा ही मामला मंगलवार को अनुमंडलीय अस्पताल रजौली में देखने को मिला।

रजौली थानाक्षेत्र के जोगियामारण पंचायत के बरवा निवासी अजय प्रसाद की पत्नी रिंकू देवी को प्रसव पीड़ा हुई। उसे अनुमंडलीय अस्पताल रजौली में भर्ती कराया गया। लेकिन ड्यूटी पर रहे चिकित्सक अर्जुन चौधरी गायब थे। तब जीएनएम नीलम कुमारी ने प्रसूता की डिलीवरी कराई। डिलीवरी के बाद प्रसूता की तबीयत बिगड़ गई और वो दर्द से कराहने लगी। वहां चिकित्सक के न होने से प्रसूता को समुचित इलाज नहीं मिल सका और उसने दम तोड़ दिया। जिससे परिजनों के बीच कोहराम मच गया। हंगामा होने के बाद भी कोई नजर नही आया तो परिजनों ने बाहर से चिकित्सक को बुलाया जो मरीज को देखा। तब तक उसकी मौत हो चुकी थी।

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इससे पहले भी रजौली अनुमंडलीय अस्पताल में पदस्थापित चिकित्सक अर्जुन चौधरी से कार्य में लापरवाही और ड्यूटी से गायब रहने के मामले में अनुमंडलीय अस्पताल के उपाधीक्षक के द्वारा स्पस्टीकरण पत्र निर्गत कर जवाब की मांग की गई थी। लेकिन ना तो स्पस्टीकरण का जवाब आया और ना ही उक्त चिकित्सक के कार्यशैली में कोई बदलाव आया। जिसकी कीमत एक और प्रसूता ने अपने जान देकर चुकाई है।

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