पूर्वी चंपारणः डिलीवरी प्वाइंट के चिकित्सा पदाधिकारियों के जिला स्तरीय प्रशिक्षण के समापन के दौरान अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. श्रवण कुमार पासवान ने कहा कि बच्चों में जन्मजात विकृतियों (Genetic diseases) को रोकने के लिए सही उम्र में शादी करना जरूरी है, तभी गर्भधारण सही होगा।
Genetic diseases से बचने के लिए सही उम्र में शादी जरूरी
उन्होंने कहा कि 20 वर्ष से कम और 35 वर्ष से अधिक उम्र की महिलाओं को गर्भधारण करने में कई प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है साथ ही रक्त संबंधी लोगों से विवाह करने पर बच्चे के जन्म पर भी इसका असर पड़ता है। इसलिए सही उम्र में शादी करना जरूरी है। सदर अस्पताल उपाधीक्षक डॉ. विजय कुमार ने कहा कि जन्म के समय विकृतियों के साथ-साथ संदिग्ध हृदय रोग वाले बच्चों की पहचान होते ही उन्हें यथाशीघ्र जिला अस्पताल रेफर करना जरूरी है ताकि ऐसे बच्चों को तत्काल उपचार उपलब्ध कराकर सुरक्षित किया जा सके।
बच्चे के विकास के लिए जरूरी है मां की देखभाल
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प्रशिक्षक डॉ. पंकज कुमार ने कहा कि गर्भधारण के समय रूबेला का टीका लगवाना चाहिए साथ ही सभी नियमित टीकाकरण समय पर लगवाना चाहिए। गर्भवती महिलाओं को धूम्रपान व शराब का सेवन नहीं करना चाहिए। संतुलित आहार का सेवन करना चाहिए। तभी मां और बच्चा दोनों स्वस्थ रह सकते हैं। आरबीएसके जिला समन्वयक डॉ शशि मिश्रा ने कहा कि गर्भवती महिलाओं को गर्भावस्था के दौरान आयरन और कैल्शियम का उचित मात्रा में उपयोग करने की आवश्यकता है ताकि गर्भ में पल रहे बच्चे का विकास सही तरीके से हो सके और गर्भावस्था के दौरान होने वाली परेशानियों से बचा जा सके।
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