Manipur Violence: मणिपुर हिंसाकी आग में सुलग रहा है। 3 मई को जातीय हिंसा भड़कने के बाद अभी भी स्थित सामान्य नहीं हुई है। इस बीच मणिपुर में एक बार फिर हिंसा भड़क गई है। इस ताजा हिंसा में नौ लोगों की मौत हो गई और कई घायल हो गए। इसके अलावा चार लोग लापता बताए जा रहे हैं। यह दिल दहला देने वाली घटना कांगपोकपी जिले के खमेनलोक गांव हुई।
शुरूआत जांच में सामने आया है कि शरारती तत्वों ने गांव में घुसकर पहले आग लगा दी। इसके बाद अंधाधुंध फायरिंग की। इस गोलीबारी में 9 लोगों की जान चली गई। मरने वाले नौ लोगों में एक महिला भी शामिल है। जबकि घायलों को इलाज के लिए इंफाल भेज दिया गया है। घटना के बाद इलाके में पुलिस और सुरक्षा बलों को तैनात कर दिया गया है। अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए अभियान तेज कर दिया गया है।
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गौरतलब है कि मणिपुर में फिर हुई ताजा हिंसा (Manipur Violence) राज्य में शांति के प्रयासों को एक बड़ा झटका लगा है। एक महीने से ज्यादा समय से हिंसाग्रस्त मणिपुर में लगातार शांति की कोशिशें की जा रही हैं। यह घटना ऐसे समय में हुई है, जब एक दिन पहले ही कर्फ्यू में ढील दिया गया था। आरक्षण को लेकर मेइती और कूकी समुदाय के बीच झड़प हुई थी। उधर, खमेनलोक इलाके में पिछले कुछ दिनों से लगातार तनाव बना हुआ है।
1,040 अत्याधुनिक हथियार बरामद
बता दें कि इससे पहले सेना ने मणिपुर राइफल्स, मणिपुर पुलिस और विभिन्न केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों मिलकर बड़ी कार्रवाई करते हुए सुरक्षा बलों से चरमपंथियों द्वारा लूटे गए 1,040 अत्याधुनिक हथियार के साथ भारी मात्रा में गोला-बारूद बरामद किए गए हैं। दरअसल केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के 29 मई से 1 जून चार दिन तक मणिपुर दौरे के बाद सेना ने मणिपुर राइफल्स, मणिपुर पुलिस और विभिन्न केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों द्वारा शुरू किए गए राज्यव्यापी तलाशी अभियान के बाद अब तक हथियारों और गोला-बारूद के साथ विभिन्न प्रकार के 13,601 गोला-बारूद बरामद किए गए है, जिनमें 230 जिंदा बम बरामद हुए है।
दरअसल दंगे भड़कने के बाद पुलिस थानों और सुरक्षा शिविरों से हजारों विभिन्न प्रकार के अत्याधुनिक हथियार और बड़ी मात्रा में गोला-बारूद लूट लिए गए। उग्रवादियों और उनके ठिकानों को खदेड़ने के लिए, सेना और अन्य केंद्रीय बलों ने अपने उग्रवाद-विरोधी अभियान को जारी रखा और अविश्वास से बचने के लिए ‘कार्यकारी मजिस्ट्रेट’ अभियानों के दौरान बलों के साथ रहेंगे।
Manipur Violence पर लगातार नजर बनाए हुए है सीएम
वरिष्ठ अधिकारियों ने दौरा किया है और संवेदनशील क्षेत्रों (Manipur Violence) में डेरा डाले हुए हैं। उन्होंने कहा कि सभी संवेदनशील क्षेत्रों में कड़े सुरक्षा उपाय किए गए हैं, जबकि राज्य और केंद्रीय बलों की एक संयुक्त टीम ने राज्य के कई हिस्सों में तलाशी अभियान तेज कर दिया है। राज्यपाल अनुसुइया उइके ने चुराचांदपुर और बिष्णुपुर जिलों में राहत शिविरों का दौरा किया और निवासियों से बातचीत की। उन्होंने दोनों जिलों में नागरिक समाज संगठनों (सीएसओ) के साथ बैठकें भी कीं।
सीएम एन. बीरेन सिंह ने पुलिस अधीक्षकों और अन्य पुलिस अधिकारियों की एक बैठक की अध्यक्षता की और वीडियो-कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी 16 जिलों में समग्र स्थिति की समीक्षा की। राज्य के मंत्री और विधायक राज्य के विभिन्न क्षेत्रों का दौरा कर रहे हैं और बड़े पैमाने पर जनता और सीएसओ से मिल कर शांति और सामान्य स्थिति की अपील कर रहे हैं। सुरक्षा बल सीएसओ, विभिन्न गांवों के ग्राम प्रधानों के साथ बैठकें आयोजित कर रहे हैं और शांति और सामान्य स्थिति की अपील कर रहे हैं।
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