बदायूंः जनपद के आंगनबड़ी महिला कार्यकत्री की सामूहिक दुष्कर्म और हत्या के मामले में चार दिन से फरार चल रहे मुख्य आरोपी सत्यनारायण दास को आखिरकार पुलिस ने दबोच लिया। इससे पहले दो अन्य लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। इसी मामले में लापरवाही बरतने में तत्कालीन एसओ और हल्का दारोगा पर गुरुवार को मुकदमा दर्ज कराया गया था।
एसपी (देहात) सिद्धार्थ वर्मा के मुताबिक मुख्य आरोपित की तलाश में टीमें बरेली, उत्तराखंड, चन्दौसी, कासगंज और आसपास के जिलों में दबिश दे रही थी। उस पर 50 हजार रुपये का इनाम भी रखा गया था। देर रात जानकारी मिली कि वह किसी चेले के यहां छिपा हुआ है। इसके बाद टीम ने छापेमारी कर आरोपित को गिरफ्तार कर लिया। उसको शरण देने वाले को भी हिरासत में पूछताछ की जा रही है। एसपी के मुताबिक मृतक के परिवार से मिली जानकारी और पुलिस की पड़ताल में आरोपित पाये जाने पर बुधवार को पुजारी के साथी वेदराम और जसपाल को गिरफ्तार किया गया था।
धार्मिक स्थल में हुई थी सामुहिक दुष्कर्म की घटना
उघैती क्षेत्र में रहने वाली आंगनबाड़ी कार्यकत्री बीते रविवार को मंदिर में पूजा करने आई थी। मंदिर के ही पुजारी सत्यनारायण दास और उसके साथी वेदराम और जसपाल ने सामूहिक दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया था। यही नहीं दरिंदो ने उसे मार भी डाला था।
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एडीजी अविनाश चन्द्र ने इस मामले में बताया था कि जांच के लिये जोन स्तर पर चार सदस्यीय टीमें गठित की गई थी। साथ ही लापरवाही बरतने पर एसओ राघवेंद्र प्रताप सिंह और दारोगा अमरजीत पर भी मुकदमा दर्ज किया गया था।