Mahendrajit Singh Malviya resign Congress: लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस के एक और वरिष्ठ नेता ने पार्टी को बॉय-बॉय बताते हुए बीजेपी का दामन थाम लिया है। दरअसल, राजस्थान के बागीदौरा से कांग्रेस विधायक महेंद्रजीत सिंह मालवीय ने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया और बीजेपी में शामिल हो गए।
सोमवार को वह राजधानी जयपुर स्थित बीजेपी मुख्यालय पहुंचे, जहां प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह और प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी की मौजूदगी में उन्हें पार्टी में शामिल कराया गया। इस दौरान वरिष्ठ भाजपा नेता राजेंद्र राठौड़ ने उनका स्वागत किया।
देश में डबल इंजन सरकार जरूरत-महेंद्रजीत
बीजेपी में शामिल होने से पहले महेंद्रजीत मीडियाकर्मियों से घिरे हुए थे। उनसे पूछा गया कि वह ऐसा कदम क्यों उठाने जा रहे हैं? हालांकि उन्होंने इस सवाल का सीधा जवाब तो नहीं दिया, लेकिन इतना जरूर कहा, ”आज देश में विकास की बात हो रही है। हर कोई विकास पर खुलकर बात कर रहा है। इसलिए आज डबल इंजन सरकार की जरूरत है।
उनके इस बयान से साफ जाहिर हो रहा है कि वह अब केंद्र के साथ-साथ सभी राज्यों में बीजेपी सरकार के नेतृत्व पर जोर दे रहे हैं। महेंद्रजीत सिंह ने आगे कहा कि 22 जनवरी को अयोध्या में राम मंदिर का अभिषेक किया गया था, इसलिए मेरी उस कार्यक्रम में शामिल होने की बहुत इच्छा थी, लेकिन पार्टी नेतृत्व के हस्तक्षेप के कारण मैं इस ऐतिहासिक कार्यक्रम में शामिल नहीं हो सका, उनका दर्द जो आज महसूस किया जा रहा है। मेरे मन में भी है। मैं सनातन धर्म को मानने वाला हूं। मैं देवी-देवताओं का उपासक हूं। मैं सनातन धर्म के बिना नहीं रह सकता।
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आदिवासियों के बलिदान को लेकर कही ये बात
इस बीच महेंद्रजीत ने इतिहास में जाकर आदिवासियों के बलिदान का भी जिक्र किया, जिसमें उन्होंने कहा कि 1913 में 1500 आदिवासियों ने अपनी जान की कुर्बानी दी थी। मैंने खुद आदिवासियों के बीच रहकर बहुत काम किया, लेकिन दुर्भाग्य से आज तक किसी प्रधानमंत्री ने इन आदिवासियों की शहादत का जिक्र नहीं किया। अगर किसी ने किया तो वो अकेले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी थे, जो हाल ही में मानगढ़ धाम आए थे और आदिवासियों के बलिदान को सलाम किया था। व्यक्तिगत तौर पर मैं प्रधानमंत्री के इस कदम से बहुत प्रभावित हुआ।
बीजेपी में शामिल होने के बाद महेंद्रजीत सिंह ने अपनी पहली प्रतिक्रिया में कहा कि वह बचपन से ही बीजेपी में शामिल होना चाहते थे। इतना ही नहीं, सिंह 1998 में बीजेपी के टिकट पर सांसद भी बने, जिसके बाद वह कांग्रेस में शामिल हो गये। ऐसे में उनके बीजेपी में शामिल होने के कदम को अब उनकी घर वापसी से जोड़कर देखा जा रहा है। अब देखना यह है कि आगामी लोकसभा चुनाव से पहले पार्टी उन्हें किस भूमिका में रखती है। गौरतलब है कि इससे पहले भी कांग्रेस के कई दिग्गज पार्टी को अलविदा कहकर बीजेपी में शामिल हो चुके हैं।
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