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अब शिंदे ने भेजा उद्धव गुट के विधायकों को अयोग्यता नोटिस, मगर आदित्य ठाकरे का नाम नहीं

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शिवसेना

मुंबईः महाराष्ट्र में शिवसेना Vs शिवसेना के बीच टकरार जारी है। अब एकनाथ शिंदे गुट के मुख्य सचेतक ने सोमवार को फ्लोर टेस्ट के बाद उद्धव गुट पर कार्रवाई का मन बना लिया है। शिवसेना के नए चीफ व्हिप (मुख्य सचेतक) भरत गोगावले ने विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर को पत्र लिखकर उद्धव ठाकरे गुट के 14 विधायकों को अयोग्य ठहराने की मांग की है। फ्लोर टेस्ट में उद्धव गुट के 14 विधायकों ने शिंदे के खिलाफ वोटिंग की है। इनमें उद्धव के बेटे आदित्य ठाकरे नाम भी शामिल है।

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गोगावले ने कहा कि हमने व्हिप की अवहेलना करने वाले सभी विधायकों को अयोग्य घोषित करने के लिए नोटिस दिया है। हालांकि बालासाहेब ठाकरे के प्रति सम्मान के कारण वर्ली से विधायक और पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे को नोटिस जारी नहीं किया गया है। विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर ने रविवार को ठाकरे गुट से संबंधित सुनील प्रभु को हटाकर शिंदे खेमे के भरत गोगावले को शिवसेना के मुख्य सचेतक के रूप में नियुक्त किया था। दरअसल शिंदे गुट का कहना है कि वही असली शिवसेना है। वहीं उद्धव ठाकरे ने साफ कर दिया है कि शिंदे शिवसेना के मुख्यमंत्री नहीं हैं। शिवसेना में बगावत के बाद पार्टी ने शिंदे गुट के 16 विधायकों को अयोग्य ठहराने की मांग की थी। मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंचा। इस मामले में 11 जुलाई को सुनवाई होगी।

बता दें कि आज विधानसभा में शिंदे सरकार ने फ्लोर टेस्ट पास किया है। राज्य की 288 सदस्यीय विधानसभा में 164 विधायकों ने शिंदे के नेतृत्व वाली सरकार द्वारा लाए गए विश्वास प्रस्ताव के पक्ष में मतदान किया, जबकि 99 विधायकों ने इसके खिलाफ मतदान किया। तीन विधायक मतदान से दूर रहे, जबकि कांग्रेस के अशोक चव्हाण और विजय वडेट्टीवार समेत 20 विधायक विश्वास मत के दौरान अनुपस्थित रहे। अनुपस्थित रहने वालों में ज्यादातर कांग्रेस और राकांपा के विधायक थे।

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