Maharashtra Politics: महाराष्ट्र की राजनीति के चाणक्य कहे जाने वाले शरद पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) ने रविवार को दिन के घटनाक्रम के बाद आधीरात करीब एक बजे विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर के आवास का दरवाजा खटखटाया। राकांपा ने उप मुख्यमंत्री अजित पवार सहित नौ विधायकों को सदस्यता के अयोग्य ठहराने की मांग करते हुए याचिका दाखिल की। याचिका में अजित के साथ मंत्री पद की शपथ लेने वाले आठ अन्य सदस्यों को अयोग्य ठहराने की मांग की गई है।
यह याचिका राकांपा नेता जीतेंद्र आव्हाड ने दाखिल की है। जीतेंद्ने ने पत्रकारों को बताया कि कुछ समय पहले अध्यक्ष को अपात्रता याचिका सौंपी है। इसकी एक प्रति ई-मेल से भी भेजी गई है। इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष को फोन किया। उन्होंने फोन नहीं उठाया। फिर उन्हें मैसेज किया। इसकी एक प्रति WhatsApp पर भी भेजी गई है। अपात्रता याचिका व्यक्तिगत रूप से देने की व्यवस्था की गई है।
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एनसीपी के प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल ने कहा है कि अजित पवार सहित नौ विधायकों ने पार्टी अध्यक्ष को सूचित किए बिना और पार्टी की नीतियों की अवहेलना करते हुए मंत्री पद की शपथ ली है। नौ विधायक किसी भी तरह से पार्टी के नहीं हो सकते. इन पर कार्रवाई के लिए चुनाव आयोग को पत्र भी लिखा गया है। अनुशासन समिति को भी पत्र लिखा गया है। अयोग्यता की सूचना संबंधित सदस्यों को भी भेज दी गई है। विधानसभा अध्यक्ष जब भी हमें इस संबंध में बुलाएंगे हम उनसे मिलने जाएंगे।
Maharashtra Politics: MVA में नेता प्रतिपक्ष को लेकर छिड़ा विवाद
वहीं महाराष्ट्र में सियासी (Maharashtra Politics) खेल के बाद विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष को लेकर महाविकास आघाड़ी (MVA) में मतभेद उभर गया है। कांग्रेस पार्टी ने विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष पर दावा किया है। विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष नियुक्त करने का अधिकार उनके पास है, वह संवैधानिक नियमों के तहत इस पद पर नियुक्ति करेंगे।
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के नौ विधायकों के मंत्री पद की शपथ लेने के बाद राज्य में राजनीतिक हलचल बढ़ गई है। इससे पहले अजित पवार विधानसभा में विपक्ष के नेता थे, लेकिन रविवार को उन्होंने नेता विपक्ष के पद से इस्तीफा दे दिया और डिप्टी सीएम पद की शपथ ली। वहीं रविवार देर शाम ही एनसीपी प्रदेश अध्यक्ष ने पार्टी की बैठक के बाद जीतेंद्र अव्हाड को नेता प्रतिपक्ष और मुख्य सचेतक नियुक्त करने का फैसला किया।
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