मुंबईः महाराष्ट्र की राजनीतिक में इन दिनों भूचाल आया हुआ है। उद्धव ठाकरे सरकार पर संकट के बादल मंडराने लगे है। इस बीच शिवसेना के मुख्य प्रवक्ता और सांसद संजय राउत ने विधानसभा भंग होने के संकेत दिए हैं। राउत ने बुधवार को एक ट्वीट किया और लिखा- ‘घटनाक्रम विधानसभा भंग होने की ओर’। मीडिया से बात करते हुए संजय राउत ने कहा, “ज्यादा से ज्यादा क्या होगा, हमारी सरकार राज्य में बहुमत खो देगी। हम वापस सत्ता में लौट सकते हैं, लेकिन पार्टी की छवि सबसे ऊपर है।”
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राउत ने कहा कि शिवसेना और बागी मंत्री एकनाथ शिंदे के लिए एक-दूसरे को छोड़ना आसान नहीं है। वहीं, पर्यटन मंत्री आदित्य ठाकरे ने सोशल मीडिया हैंडल से अपनी मंत्री पद का नाम हटा दिया है, लेकिन खुद को ‘युवा सेना अध्यक्ष’ बताना जारी रखा है। दूसरी ओर संजय राउत के इस ट्वीट पर नीतीश राणे ने प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा “संजय राउत, संविधान और उसके प्रावधानों जानते ही नहीं है। क्या सरकार बचाने के लिए विधायकों को फिर से चुनाव के लिए डरा रहे है? चिंता न करें, महाराष्ट्र मेंनई सरकार आएगी और नए सिरे से विकास पर्व शुरू होगा। “
सूत्रों के मुताबिक अगर शिवसेना की तरफ से विधानसभा भंग करने की कार्रवाई करने की मांग की जाती है तब भी राज्यपाल मौजूदा स्थिति को देखते हुए फैसला ले सकते हैं। ऐसे में अगर विपक्षी खेमा बहुमत होने की बात करता है तो राज्यपाल विपक्षी खेमे की बात मानकर उनको बहुमत साबित करने के लिए भी बुला सकते हैं।
उधर भाजपा फिलहाल वेट एंड वाच की स्थिति में है। भारतीय जनता पार्टी के आलाकमान ने इस मसले पर अभी कोई बात करने अथवा बयान देने से मना किया है। इसके अलावा नेताओं को शिवसेना प्रमुख को लेकर फिलहाल कोई बयानबाजी नहीं करने के लिए कहा गया है। बीजेपी फिलहाल शिवसेना के पत्ते खोलने का इंतजार कर रही है, उसके बाद वह अपना रुख तय करेगी।
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