Maha Kumbh 2025 : तीर्थ नगरी प्रयागराज महाकुंभ में संगम तट पर तीन प्रमुख अमृत स्नान (शाही स्नान) में भाग लेने के बाद विभिन्न अखाड़ों के संतों व धर्मगुरुओं के साथ नागा संन्यासियों का जत्था रविवार की दोपहर काशी पहुंचा। संतों के नगर में प्रवेश करते ही हजारों की संख्या में काशीवासियों ने कतारबद्ध होकर हर-हर महादेव के उद्घोष, शंखनाद व पुष्प वर्षा के साथ नागा संतों का स्वागत किया।
Maha Kumbh 2025 : संतों की सुरक्षा में लगाई गई पुलिस
विशाल रथ, बग्घी, पालकी व बैंड बाजे के साथ रमता पंच के संत व अखाड़ों के महात्मा भी इसमें शामिल हुए। इस दौरान जिले के आला अधिकारी भी फोर्स के साथ संतों की सुरक्षा व्यवस्था में लगे रहे। अधिकारी भी हाथ जोड़कर संतों का स्वागत करते रहे। चांदपुर चौराहे पर जिलाधिकारी एस राजलिंगम व अपर पुलिस आयुक्त डॉ एस चिन्नप्पा ने स्वयं सुरक्षा की कमान संभाली। संतों के आगमन पर यातायात पर भी रोक लगा दी गई है।
Maha Kumbh 2025 : प्रवेश द्वार पर हुआ भव्य स्वागत
श्री पंच दशनाम जूना अखाड़े के रमता पंच के करीब दो हजार साधु-संतों और नागाओं का जत्था जुलूस की शक्ल में दोपहर में चांदपुर पहुंचा तो वहां पहले से मौजूद हजारों नागरिक उनके स्वागत के लिए इंतजार कर रहे थे। संतों का जत्था चांदपुर, मंडुआडीह चौराहा, मंडुआडीह ओवरब्रिज, महमूरगंज, रथयात्रा और कमच्छा होते हुए बैजनत्था स्थित जपेश्वर मठ पहुंचेगा। जहां उनका भंडारा होगा। इसके बाद 12 फरवरी को जपेश्वर मठ से हनुमान घाट स्थित अखाड़े तक नागा संतों का भव्य जुलूस निकाला जाएगा।
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महाकुंभ से अग्नि अखाड़ों के बड़े महंतों के शहर में आगमन के बाद श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में उनका दर्शन-पूजन शुरू होगा। महाशिवरात्रि पर्व पर श्री काशी विश्वनाथ के दर्शन-पूजन के लिए संतों के अखाड़ों का जुलूस निकाला जाएगा। नागा साधु हनुमान घाट, भूमा घाट, केदार घाट, हरिश्चंद्र घाट और राजा चेत सिंह घाट पर तंबू लगाकर रह रहे हैं।
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