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Maha Kumbh 2025: हिन्दू समाज की एकजूटता का संदेश, कहा- हर हिन्दू परिवार में हो तीन बच्चों का जन्म

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Maha Kumbh 2025: विश्व हिंदू परिषद के महाकुंभ शिविर में विशाल संत सम्मेलन का आयोजन किया गया। संत सम्मेलन में देश के कोने-कोने से सभी धर्म, संप्रदाय और समुदाय के हजारों संतों और धर्मगुरुओं ने हिंदू समाज की एकता का संदेश दिया और जनसंख्या असंतुलन पर चिंता व्यक्त की। संतों ने प्रत्येक हिंदू परिवार में कम से कम तीन बच्चे पैदा करने का आह्वान किया। संत सम्मेलन के मंच से हिंदू समाज के पूज्य संतों ने देशभर में हिंदू मंदिरों को सरकारी नियंत्रण से मुक्त करने, हिंदुओं की घटती जन्म दर के कारण देश में हिंदू जनसंख्या के असंतुलन और प्रत्येक हिंदू परिवार में कम से कम तीन बच्चे पैदा करने का आह्वान किया।

Maha Kumbh 2025: पूरे विश्व की नजर भारत पर

कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे पूज्य जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती ने अपने आशीर्वचन में कहा कि यह वही पावन भूमि है, जहां हिंदू समाज को लेकर अनेक निर्णय इसी गंगा, यमुना और सरस्वती के पावन तट पर पूज्य संतों द्वारा लिए गए हैं। इस मंच पर सभी संप्रदायों के धर्मगुरु एक साथ बैठकर पूरे विश्व को सनातन की एकता का संदेश दे रहे हैं। कार्यक्रम में बोलते हुए गोरक्षपीठाधीश्वर एवं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि इस महाकुंभ नगरी में भारत की सनातन परंपरा दिखाई दे रही है जिसे पूरा विश्व देख रहा है। यह संदेश पूरे देश के लिए दिव्य हो, जिसके लिए विश्व हिंदू परिषद के प्रयास अतुलनीय हैं। इस प्रयास का परिणाम आज पूरा विश्व इस विशाल संत सम्मेलन के माध्यम से देख रहा है।

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Maha Kumbh 2025: मंदिरों को सरकारी नियंत्रण से मुक्ति

जहां सभी धर्मों और संप्रदायों के धर्मगुरु एक साथ एक मंच पर बैठे हैं। 1980 के बाद विश्व हिंदू परिषद ने अपने सभी संकल्प इसी पावन भूमि पर, मां गंगा, यमुना और सरस्वती के पावन तट पर लिए हैं, जिन्हें आज हम मूर्त रूप में देख सकते हैं। हम श्रद्धेय अशोक सिंघल को याद करते हैं, जो आज हमारे बीच शारीरिक रूप से मौजूद नहीं हैं, लेकिन उनकी आत्मा यह देखकर प्रसन्न हो रही होगी। सनातन धर्म जिस स्वप्न का 500 वर्षों से इंतजार कर रहा था, वह है भगवान मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम की जन्मस्थली पर दिव्य एवं भव्य रूप में रामलला विराजमान हों। विहिप की केंद्रीय मार्गदर्शक मंडल की बैठक में हिंदू समाज के मार्गदर्शन के संबंध में संतों द्वारा रखे गए विचारों पर विहिप के केंद्रीय महामंत्री बजरंग लाल बांगड़ा ने चर्चा की।

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