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वैश्विक स्तर पर गंभीर मुद्दा बनी चिप की कमी, मैकबुक और आईपैड उत्पादन में हो रही देरी

With its sleek wedge-shaped design, stunning Retina display, Magic Keyboard, and astonishing level of performance owing to M1, the new MacBook Air once again redefines what a thin and light notebook can do. (Photo: IANS)

सैन फ्रांसिस्को: वैश्विक स्तर पर चिप की कमी के कारण एप्पल के कुछ मैकबुक और आईपैड मॉडल के उत्पादन में देरी हो रही है। निक्केई एशिया की रिपोर्ट के अनुसार, वैश्विक स्तर पर हो रही चिप की कमी मैकबुक उत्पादन में देरी का एक प्रमुख कारण बनी हुई है।

उद्योग के सूत्रों और विशेषज्ञों का हवाला देते हुए रिपोर्ट में कहा गया है कि देरी एक संकेत है कि चिप की कमी अब अधिक गंभीर हो रही है और यह छोटे तकनीकी दिग्गजों को और भी अधिक प्रभावित कर सकती है।

रिपोर्ट के अनुसार, कुछ आईपैड असेंबली को डिस्प्ले और डिस्प्ले कंपोनेंट्स की कमी के कारण स्थगित कर दिया गया था। एप्पल के प्रतिष्ठित आईफोन के लिए उत्पादन योजनाएं हालांकि अब तक आपूर्ति की कमी से प्रभावित नहीं हुई हैं, मगर डिवाइस के लिए कुछ कंपोनेंट्स की आपूर्ति पर जरूर कुछ असर देखा गया है।

रिपोर्ट में कहा गया है कि एप्पल के प्रतिद्वंदी सैमसंग इलेक्ट्रॉनिक्स ने हाल ही में पुष्टि की कि चिप की कमी कंपनी के लिए अप्रैल से जून की अवधि में जरूर समस्या पैदा कर सकती है। कंपनी ने हालांकि यह भी कहा है कि इस मुद्दे को हल करने के लिए उनके कर्मचारियों की टीम चौबीसों घंटे काम पर लगी है।

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एप्पल कंपनी एक वर्ष में लगभग 20 करोड़ आईफोन, 2 करोड़ से अधिक मैकबुक, 1.9 करोड़ आईपैड और 7 करोड़ से अधिक एयरपोड्स की बिक्री करती है। यह सभी डिवाइस अपने संबंधित उपभोक्ता इलेक्ट्रॉनिक्स सेगमेंट में वैश्विक स्तर पर शीर्ष पांच में आते हैं।