लखनऊः राजधानी में दिल के मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। इस बढ़ती संख्या के कारण मेडिकल संस्थानों में इलाज के लिए बेड और अन्य सुविधाएं कम पड़ रही थीं। इस समस्या के समाधान के लिए KGMU के लारी कार्डियोलॉजी विभाग का विस्तार किया जा रहा है।
केजीएमयू में करीब 100 करोड़ रुपए की लागत से बनी छह मंजिला नई बिल्डिंग में 96 नए बेड होंगे। इन सभी बेडों पर मरीजों की निगरानी के लिए मॉनिटर लगाए गए हैं यानी ये बेड आईसीयू लेवल के होंगे। इसके अलावा, यहां दो नई कैथीटेराइजेशन लैब भी शुरू की जाएंगी। पुरानी बिल्डिंग में पहले से ही तीन कैथीटेराइजेशन लैब चल रही हैं। इन सबके साथ अब विभाग में कुल 05 कैथीटेराइजेशन लैब हो जाएंगी, जिससे अधिक मरीजों की एंजियोग्राफी और एंजियोप्लास्टी आसानी से हो सकेगी। नई बिल्डिंग में 96 बेड होंगे, जिनमें सभी पर मरीजों की निगरानी के लिए मॉनिटर लगाए गए हैं।
डायग्नोस्टिक लैब, फार्मेसी और एडवांस मशीनें भी लगाई जाएंगी। डायग्नोस्टिक लैब में सैंपल कलेक्शन किया जाएगा और फार्मेसी में मरीजों को सस्ती दरों पर दवाएं और सर्जिकल उपकरण मिलेंगे। एडवांस मशीनों से मरीजों को बेहतर इलाज मिल सकेगा। यह सब होने के बाद विभाग दोगुनी क्षमता के साथ काम कर सकेगा। लखनऊ केजीएमयू की नई कार्डियोलॉजी बिल्डिंग में मरीजों की भर्ती शुरू होने में अभी कुछ समय लगेगा। भले ही बिल्डिंग बनकर तैयार है, लेकिन फायर रैंप का निर्माण कार्य अभी पूरा नहीं हुआ है। एनओसी मिलने के बाद ही यहां मरीजों को भर्ती किया जा सकेगा।
इसके अलावा, डॉक्टरों, रेजिडेंट्स, नर्स और अन्य स्टाफ की भर्ती भी की जानी है। डॉ. सुधीर सिंह, प्रवक्ता, केजीएमयू ने कहा कि हमारे लिए मरीजों की देखभाल सर्वोपरि है। कार्डियोलॉजी विभाग का विस्तार अंतिम चरण में है। हमें उम्मीद है कि आगामी कुछ सप्ताहों में यह पूरी तरह से चालू हो जाएगा। इससे न केवल बेड की संख्या में वृद्धि होगी, बल्कि मरीजों को नवीनतम तकनीक से लैस इलाज भी मिल सकेगा। इस विस्तार से न केवल हम अधिक मरीजों को इलाज दे पाएंगे, बल्कि उनकी प्रतीक्षा अवधि भी कम होगी।
लोहिया संस्थान में भी बढ़ेंगे बेड
केजीएमयू के अलावा, लोहिया संस्थान में भी गंभीर मरीजों के लिए बेडों की संख्या बढ़ाई जाएगी। संस्थान में कार्डियोलॉजी विभाग में 50 बेड हैं, लेकिन यहां आईसीयू की सुविधा नहीं है। हालांकि, एचडीयू बेड उपलब्ध हैं। संस्थान प्रशासन बेडों की संख्या बढ़ाने और आईसीयू शुरू करने की दिशा में काम कर रहा है। इसके साथ ही विभाग में कई नए उपकरण भी लाने की योजना है। अधिकारियों का कहना है कि जल्द ही इन दोनों संस्थानों में विस्तार का काम पूरा हो जाएगा, जिससे दिल के मरीजों को बेहतर इलाज मिल सकेगा और उन्हें इलाज के लिए ज्यादा इंतजार नहीं करना पड़ेगा।
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लोहिया संस्थान के प्रवक्ता डॉ.. भुवन चंद्र तिवारी ने कहा कि हमारी योजना है कि अगले छह महीनों में विभाग में 50 अतिरिक्त बेड जोड़े जाएं। इसके साथ ही हम एक अत्याधुनिक आईसीयू यूनिट स्थापित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। ये नए संसाधन गंभीर दिल के मरीजों के लिए बेहतर देखभाल सुनिश्चित करेंगे। हमारी कोशिश है कि मरीजों को घर जैसा माहौल प्रदान करते हुए उन्हें उच्चतम गुणवत्ता वाला इलाज मिले।
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