Lucknow Chandrika Devi Temple, लखनऊः उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में स्थित चंद्रिका देवी मंदिर का भव्य नवीनीकरण किया जाएगा। योगी सरकार ने इस पवित्र स्थल के विकास के लिए 8.85 करोड़ रुपए की लागत से एक विस्तृत कार्ययोजना को मंजूरी दी है। इस योजना के तहत मंदिर परिसर में कई सुविधाओं का निर्माण किया जाएगा।
प्रकृति की सुंदरता का आनंद उठा सकेंगे श्रद्धालु
दर्शनार्थियों के लिए एक सुंदर पार्क बनाया जाएगा, जो उन्हें आध्यात्मिक शांति और प्रकृति की सुंदरता का आनंद लेने का अवसर प्रदान करेगा। गुरुवार यानी 29 फरवरी को विधायक योगेश शुक्ला ने यहां भूमि पूजन कर इस कार्य का शुभारम्भ किया। पर्यटन विभाग गोमती तट पर एक घाट का निर्माण करेगा, जो नाव की सवारी और नदी के मनोरम दृश्यों का आनंद लेने के लिए एक अतिरिक्त आकर्षण होगा। मंदिर के दोनों द्वारों का नवीनीकरण किया जाएगा, जिससे श्रद्धालुओं के लिए प्रवेश और निकास आसान हो जाएगा।
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कतार में खड़े भक्तों के लिए टीन शेड बनाए जाएंगे, जिससे उन्हें धूप और बारिश से सुरक्षा मिलेगी। मंदिर प्रांगण को आकर्षक हाई मास्क लाइट से रोशन किया जाएगा, जो मंदिर को एक दिव्य चमक देगा। चंद्रिका देवी मंदिर बक्शी का तालाब में स्थित एक प्रमुख धार्मिक स्थल है। प्रत्येक दिन, बड़ी संख्या में श्रद्धालु यहां दर्शन के लिए आते हैं। वार्षिक अमावस्या मेला एक बड़ी घटना है, जो स्थानीय लोगों और बाहरी श्रद्धालुओं को आकर्षित करती है। यह नवीनीकरण परियोजना न केवल भक्तों के लिए सुविधाओं को बढ़ाएगी, बल्कि लखनऊ के पर्यटन को भी बढ़ावा देगी।
लखनऊ के प्राचीन तीर्थस्थलों में से एक
गोमती नदी के तट पर स्थित चंद्रिका देवी मंदिर लखनऊ के सबसे प्राचीन और लोकप्रिय तीर्थस्थलों में से एक है। देवी दुर्गा को समर्पित यह मंदिर करीब 300 साल पुराना माना जाता है। मंदिर नगर से करीब 35 किलोमीटर दूर गोमती नदी के किनारे बना हुआ है। इसकी महिमा अपरंपार है। मंदिर की स्थापना की कहानी भी अद्भुत है। मंदिर के गर्भगृह में विराजमान माता की मूर्ति पत्थर की बनी है। इस मंदिर का उल्लेख स्कंद और कर्म पुराण में भी मिलता है।
श्रद्धालुओं के जयकारों से गूंजता है रहा है तीर्थस्थल
यह प्रसिद्ध तीर्थस्थल साल भर श्रद्धालुओं के जयकारों से गूंजता रहता है लेकिन अमावस्या और नवरात्रि के पावन पर्वों पर यहां भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ती है। इन दिनों मंदिर और आस-पास के क्षेत्र में तरह-तरह की धार्मिक गतिविधियां देखने को मिलती हैं। दूर-दूर से लोग पूजा-अर्चना करने आते हैं, साथ ही हवन और मुंडन संस्कार जैसे धार्मिक कर्मकांड भी इन दिनों तीर्थयात्री संपन्न कराते देखे जा सकते हैं। इन पावन पर्वों पर मंदिर में भव्य मेला भी आयोजित किया जाता है।
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