उत्तर प्रदेश क्राइम

लखनऊः शिक्षकों से रंगदारी मांगने वाले 3 आरोपी गिरफ्तार

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शिक्षकों

लखनऊः यूपी एसटीएफ को प्राथमिक विद्यालय के शिक्षकों को नियुक्ति फर्जी बताकर उनसे एसटीएफ एवं बीएसए कार्यालय से जाँच कराने के नाम पर रंगदारी मांगने वाले गिरोह के 3 आरोपियों गोरखपुर निवासी गिरधारी लाल जायसवाल महराजगंज निवासी राजकुमार यादव व गोरखपुर निवासी रूद्रप्रताप यादव उर्फ आरपी को गोरखपुर से गिरफ्तार कर लिया गया है। गिरफ्तार आरोपियों के पास से दो मोबाइल मय दो अदद सिम जिनका प्रयोग कर रंगदारी की मांग की गयी। चार मोबाइल, 2 अंगूठी पीली धातु।

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एक सफेद नग लगा हुआ पीली धातु की अंगुठी। एक आधार कार्ड, एक निर्वाचन कार्ड, एक पैन कार्ड, एक डीएल, एक पर्ची जिस पर महेन्द्र प्रताप सिंह का विवरण लिखा हुआ है। 2 अदद पत्र (बीएसए गोरखपुर का जिस पर अन्य अध्यापकों का फर्जी होने का विवरण है।) आदि की बरामदगी की गई। इन तीनो आरोपियों को समय लगभग रात्रि 10.40 बजे तहसील सदर गेट से 50 मीटर पहले जनपद गोरखपुर से गिरफ्तार किया गया।

दरअसल विगत कुछ समय से बेसिक शिक्षा विभाग एवं एसटीएफ से जॉच कराने के नाम पर प्राथमिक विद्यालय के शिक्षकों से रंगदारी मॉगने एवं रंगदारी न देने पर जान से मारने की धमकी देने वाले गिरोह की सूचना प्राप्त हो रही थी। इस सम्बन्ध में एसटीएफ एक टीम गठित कर अभिसूचना संकलन की कार्रवाई की जा रही थी। इसी क्रम में ज्ञात हुआ कि प्राथमिक विद्यालय के शिक्षकों से रंगदारी मॉगने वाले एवं रंगदारी न देने पर जान से मारने की धमकी देने वाले गिरोह के कुछ लोग महेन्द्र प्रताप सिंह निवासी-ग्राम व पोस्ट- जानीपुर, थाना गोला, जनपद गोरखपुर जो कम्पोजिट विद्यालय जानीपुर ब्लाक-कौडीराम जनपद गोरखपुर में शिक्षक पद पर कार्यरत हैं, से बेसिक शिक्षा विभाग एवं एसटीएफ से जॉच कराने के नाम पर रंगदारी वसूलने में लगे हुये है।

जिसके सम्बन्ध में थाना कैण्ट जनपद गोरखपुर में रंगदारी मांगने का मुकदमा पंजीकृत भी है। रंगदारी मांगने वाले यह लोग तहसील गेट सदर गोरखपुर के पास मौजूद है।। इस सूचना पर निरीक्षक सत्य प्रकाश सिंह के नेतृत्व में एसटीएफ गोरखपुर की टीम स्थानीय पुलिस को साथ लेकर मुखबिर द्वारा बताये गये स्थान पर पहंुच कर मुखबिर की निशानदेही पर तहसील गेट सदर से लगभग 50 मीटर पहले मुन्ना जलपान के टिनशेड में खडे़ तीनों व्यक्तियों पर आवश्यक पुलिस बल प्रयोग कर गिरफ्तार कर लिया गया, जिनके पास से उपरोक्त बरामदगी की गयी।

रजिस्टर्ड डाक से भेजते थे शिक्षकों को फर्जी पत्र

गिरफ्तार अभियुक्त राजकुमार यादव ने पूछताछ में बताया कि गिरधारी लाल जायसवाल ने ही उसेे व रूद्र प्रताप को बताया कि महेन्द्र प्रताप सिंह फर्जी अध्यापक है। इस पर इन तीनों लोगों ने आपस में मिलकर षड़यंत्र कर रजिस्टर्ड डाक से एक पत्र महेन्द्र प्रताप सिंह के पते पर भेजा। पत्र को उसने अपने अपने हस्तलेख में लिखा था। पत्र में रंगदारी न देने पर एसटीएफ व जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी से जॉच कराने की धमकी दी गयी थी एवं पत्र में ही अपना मोबाइल नम्बर सम्पर्क करने के लिए दिया था। बाद में पत्र में अंकित नम्बर एवं एक अन्य नम्बर से महेन्द्र प्रताप सिंह को रंगदारी देने के लिए धमकी दी जाने लगी एवं उसने व रूद्र प्रताप यादव ने गिरधारी लाल जायसवाल के साथ योजना बनाकर महेन्द्र प्रताप सिंह से मिलकर भी एसटीएफ व बेसिक शिक्षा अधिकारी से जॉच कराने के नाम पर एवं रंगदारी न देने पर जान से मारने की धमकी देकर रंगदारी की मांग की गयी थी।

फर्जीवाड़ा कर लाखों कमाए

इन लोगों ने महेन्द्र प्रताप सिंह को एक खाता संख्या भी रंगदारी का पैसा देने के लिये दिया था। बैंक का खाता सुनील कुमार के नाम से था। सुनील कुमार बारे में तीनों से पूछने पर ज्ञात हुआ कि सुनील कुमार यादव पुत्र बजरंगी यादव निवासी गोरखपुर के नाम से ग्राम विशुनपुर फुलवरिया प्राथमिक पाठशाला लक्ष्मीपुर ब्लाक, जनपद महराजगंज में अध्यापक के पद पर राजकुमार यादव उपरोक्त ही नौकरी करता था। वर्तमान समय में नौकरी छोड़कर भागा हुआ है।

गोरखधंधे के शिक्षक

पुनः फर्जी/कूटरचित शैक्षणिक दस्तावेज के आधार पर राजकुमार यादव के नाम से धनगढ़ा प्राथमिक विद्यालय ब्लाक परतावल जनपद महराजगंज में भी अध्यापक के पद पर नौकरी की गयी। दोनों जगहों पर उसने वेतन भी प्राप्त किया था। रूद्र प्रताप यादव राजकुमार यादव के साथ ही रहता है। गिरधारी लाल जायसवाल और राजकुमार यादव के कहने पर अपने नाम से शिकायती पत्र और शपथ पत्र देता रहता है। रंगदारी से जो भी पैसा मिलता है उसी अनुपात में दस से बीस प्रतिशत तक हिस्सेदारी उसको भी मिल जाती है।

गिरधारी लाल जायसवाल पूर्व माध्यमिक विद्यालय जंगल डुमरी नं0-01 भटहट ब्लाक में अध्यापक पद पर नियुक्त है। महेन्द्र प्रताप सिंह से रंगदारी वसूलने के लिये विनय कुमार शर्मा जो खजनी ब्लाक में अध्यापक के पद पर नियुक्त है वर्तमान में बर्खास्त हो चुका है, ने बताया था। गिरधारी लाल जायसवाल ने ही अन्य कई अध्यापकों के नाम रंगदारी वसूलने के लिए राजकुमार यादव व रूद्र प्रताप यादव को बताया है, जिनके सम्बन्ध में प्रार्थना पत्र देता रहता है।

राजकुमार यादव की पत्नी सीमा यादव सोनबरसा प्राथमिक विद्यालय ब्लाक पनियरा, जनपद महराजगंज में अध्यापक पद पर नियुक्त थी वर्तमान समय में नौकरी छोड़ दी है। गिरधारी लाल जायसवाल की पत्नी प्रीति जायसवाल जंगल डुमरी नं0-01 विकास क्षेत्र भटहट प्राथमिक विद्यालय में अध्यापक के पद पर नियुक्त है। इन लोगों के फर्जी/कूटरचित नियुक्त होने की जॉच अलग से की जायेगी। गिरफ्तार आरोपियों पर धारा 386/120 बी के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।

(रिपोर्ट-पवन सिंह चौहान, लखनऊ)

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