Lok Sabha Election 2024, नई दिल्लीः भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने लोकसभा इलेक्शन के लिए चुनावी बिगुल फूंक दिया है। भाजपा इस बार अकेले 370 से ज्यादा सीटें जीतना चाहती है। बीजेपी एनडीए गठबंधन के साथ मिलकर 400 से ज्यादा सीटों का आंकड़ा पार करने की तैयारी में है। पिछले लोकसभा चुनाव में एनडीए को 353 सीटों पर जीत मिली थी।
वहीं लोकसभा चुनाव की तैयारियों को अंतिम रूप देने के लिए शनिवार को बीजेपी राष्ट्रीय मुख्यालय में दिनभर बैठकों का दौर चलता रहा। मिशन 370 के लक्ष्य को हासिल करने के लिए बुलाई गई राज्यों के चुनाव प्रभारियों और सह-चुनाव प्रभारियों की बैठक हुई। इस बैठक में में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने चुनाव को लेकर आगे की रणनीति पर चर्चा की। साथ ही प्रभारियों के साथ मिलकर मिशन 370 के लक्ष्य हासिल करने का रोडमैप तैयार किया है।
नड्डा-शाह ने तैयारियों का लिया जायजा
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और नड्डा ने उत्तर प्रदेश, राजस्थान,छत्तीसगढ़ और तेलंगाना के नेताओं के साथ अलग-अलग बैठक कर राज्यवार कमजोर सीटों सहित लोकसभा चुनाव के मद्देनजर की जा रही तैयारियों का जायजा लिया और उम्मीदवारों के नाम सहित तमाम पहलुओं पर चर्चा की। शनिवार को सबसे पहले नड्डा की अध्यक्षता में पार्टी मुख्यालय में सभी राज्यों के चुनाव प्रभारियों और सह चुनाव प्रभारियों की बैठक हुई। इसमें लोकसभा चुनाव में 370 सीटों पर जीत हासिल करने की रणनीति तैयार की गई।
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विकास और जन कल्याणकारी योजना को जमीन पर उतारने के निर्देश
सूत्रों के मुताबिक, नड्डा ने सभी राज्यों के चुनाव प्रभारियों को पार्टी के सभी अभियानों को जमीन पर उतारने, लाभार्थियों से अधिक से अधिक संपर्क स्थापित करने और मोदी सरकार द्वारा किए गए विकास और जनकल्याण कार्यों को चुनाव का मुख्य फोकस रखने का निर्देश दिया। बैठक में यह भी कहा गया कि विपक्षी दलों के उकसावे के बावजूद बीजेपी नेताओं को उनके जाल में फंसकर कोई विवादित बयान नहीं देना चाहिए। पार्टी को यह चुनाव मोदी सरकार के कार्यों, विकास के एजेंडे और विकसित भारत के संकल्प पर ही लड़ना है।
उत्तर प्रदेश की सभा सीटों पर नजर
इसके बाद गृह मंत्री पार्टी मुख्यालय भी पहुंचे। दोनों नेताओं ने सबसे पहले उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, प्रदेश के दोनों उपमुख्यमंत्रियों केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक, प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र चौधरी और प्रदेश संगठन महामंत्री धर्मपाल के साथ बैठक की और हारी हुई 14 लोकसभा सीटों पर चर्चा की।
पिछले लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने 49.98 फीसदी वोटों के साथ राज्य में 62 सीटें जीती थीं और उसकी सहयोगी अपना दल (एस) ने 1.21 फीसदी वोटों के साथ दो सीटें जीती थीं। बाद में लोकसभा उपचुनाव में बीजेपी ने सपा से आजमगढ़ और रामपुर सीटें छीन लीं। राज्य की 14 सीटें अभी भी विपक्षी दलों के कब्जे में हैं।
बताया जा रहा है कि इस बैठक में राज्य एमएलसी चुनाव पर भी चर्चा हुई। बीजेपी लंबे समय से देशभर की 160 लोकसभा सीटों को अपने लिए कमजोर मान रही है और इसके लिए खास तैयारी कर रही है। शनिवार को अमित शाह और जेपी।नड्डा ने उत्तर प्रदेश के अलावा छत्तीसगढ़, राजस्थान और तेलंगाना के नेताओं के साथ भी अलग-अलग बैठकें कीं और चुनावी तैयारियों की समीक्षा की। छत्तीसगढ़ को लेकर हुई बैठक में राज्य के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय समेत प्रदेश बीजेपी कोर ग्रुप के अहम नेता मौजूद रहे।
देर रात तक चली बैठकें
तेलंगाना को लेकर हुई बैठक में प्रदेश अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री जी किशन रेड्डी ने राज्य के नेताओं के साथ बैठक में हिस्सा लिया और लोकसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर अपनी रिपोर्ट दी। राजस्थान को लेकर हुई बैठक में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा समेत प्रदेश बीजेपी कोर ग्रुप के प्रमुख नेता शामिल हुए। ये बैठकें देर रात तक चली।
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