लंदनः ब्रिटेन में नये प्रधानमंत्री के नाम का ऐलान हो गया है। कंजरवेटिव पार्टी की लिज ट्रस ब्रिटेन की अगली प्रधानमंत्री होंगी। उन्होंने भारतीय मूल के ऋषि सुनक को हरा दिया है। लिज ट्रस मंगलवार को प्रधानमंत्री पद का कार्यभार ग्रहण करेंगी। लिज ट्रस ब्रिटेन की तीसरी महिला प्रधानमंत्री बन गयी हैं। प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन के इस्तीफे के बाद ब्रिटेन में कंजर्वेटिव पार्टी का नया नेता चुनने की दौड़ में बचे पूर्व वित्त मंत्री व भारतीय मूल के ऋषि सुनक और वर्तमान विदेश मंत्री लिज ट्रस के बीच मुकाबला था।
#WATCH | Liz Truss defeats rival Rishi Sunak to become the new Prime Minister of the United Kingdom pic.twitter.com/Xs4q2A2ldu
— ANI (@ANI) September 5, 2022
ब्रिटेन की सत्तारूढ़ कंजर्वेटिव पार्टी के एक लाख साठ हजार मतदाताओं में से 57 प्रतिशत ने लिज ट्रस को समर्थन दिया। 43 प्रतिशत लोग ऋषि सुनक के साथ थे। इससे यह भी स्पष्ट है कि ऋषि सुनक ने इस चुनाव में कड़ी टक्कर दी। लिज ट्रस को कंजर्वेटिव पार्टी के पिछले कुछ नेताओं की तुलना में सर्वाधिक कठिन प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ा और उन्हें अन्य विजेताओं की तुलना में कम समर्थन मिला। इससे पहले बोरिस जॉनसन को 66 प्रतिशत, डेविड कैमरून को 68 प्रतिशत मतदाताओं का समर्थन मिला था। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री पद की दावेदारी में सफल हुई ट्रस की जिंदगी भी काफी रोचक है। ट्रस इस समय ब्रिटेन की विदेश मंत्री हैं। सरकारी स्कूल में पढ़ी 47 साल की ट्रस के पिता गणित के प्रोफेसर और मां एक नर्स थीं।
#WATCH | I'll deliver a bold plan to cut taxes & grow our economy, on the energy crisis & long-term issues on energy supply & National Health Service…& we'll deliver a great victory for the Conservative Party in 2024: UK Foreign Secy Liz Truss after being named as the next PM pic.twitter.com/UnImwyjgVx
— ANI (@ANI) September 5, 2022
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लेबर पार्टी समर्थक परिवार से आने वाली ट्रस ने ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय से दर्शन शास्त्र, राजनीति शास्त्र और अर्थशास्त्र की पढ़ाई की है। पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने कुछ समय के लिए अकाउंटेंट के रूप में भी काम किया। इसके बाद वह राजनीति में आ गईं। सबसे पहला चुनाव उन्होंने पार्षद का जीता था। परिवार लेबर पार्टी का समर्थक था लेकिन ट्रस को कंजर्वेटिव पार्टी की विचारधारा पसंद आई। 2010 में ट्रस पहली बार सांसद चुनी गईं। ट्रस शुरुआत में ब्रिटेन को यूरोपीय यूनियन से अलग होने के मुद्दे खिलाफ थीं। हालांकि, बाद में वे ब्रेग्जिट के हीरो बनकर उभरे बोरिस जॉनसन के समर्थन में आ गईं।
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