जयपुर: राजस्थान में मानसून की रफ्तार थम गई है। गुजरात-पाकिस्तान सीमा के पास बने चक्रवाती हवाओं के क्षेत्र के प्रभाव से प्रदेश के बांसवाड़ा, प्रतापगढ़ और डूंगरपुर जिलों के कुछ इलाकों में बूंदाबांदी और हल्की बारिश हुई है। मौसम विभाग का अनुमान है कि 16 अगस्त तक राज्य में किसी नये मौसमी सिस्टम के सक्रिय होने की संभावना नगण्य है। पश्चिमी हवा के कारण राज्य में तापमान नियंत्रित है और नमी लगभग खत्म हो गयी है।
पिछले एक सप्ताह से राज्य में भारी बारिश नहीं हुई है। इससे औसत बारिश का रिकॉर्ड भी लगातार घट रहा है। पिछले 24 घंटों में बांसवाड़ा के माही बांध पर सबसे ज्यादा 9 मिमी बारिश हुई। इसके अलावा दलोट (प्रतापगढ़) और नाथुआ (डूंगरपुर) में 5-5 मिमी बारिश हुई। राजस्थान के शेष हिस्सों में मौसम पूरी तरह शुष्क रहा। पश्चिम-दक्षिणी क्षेत्र से लगातार आ रही तेज हवाओं के कारण तापमान नियंत्रण में है और नमी लगभग खत्म हो गई है। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार मानसून ट्रफ लाइन अभी भी उत्तरी दिशा में सक्रिय है। यह अमृतसर, हरदोई, दरभंगा, जलपाईगुड़ी से होते हुए मिजोरम तक जा रहा है।
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उत्तर प्रदेश, बिहार पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। इसके चलते देश में मानसून केवल उत्तर प्रदेश और बिहार में ही सक्रिय है। राजस्थान में अब तक 42 फीसदी बारिश हो चुकी है। 1 जून से 11 अगस्त तक कुल 278।2 मिमी बारिश हुई, लेकिन राजस्थान में अब तक 395।1 मिमी बारिश हो चुकी है। राज्य के पश्चिमी भाग के 10 जिलों में 87 प्रतिशत अधिक वर्षा हुई, जबकि पूर्वी भाग के 23 जिलों में 16 प्रतिशत अधिक वर्षा हुई।
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