मंडीः मंडी के सांसद रामस्वरूप शर्मा का बुधवार सुबह दिल्ली में निधन हो गया। उनके निधन से मंडी संसदीय क्षेत्र में शोक की लहर व्याप्त है। रामस्वरूप शर्मा साधारण परिवार से संबंध रखने वाले जमीन से जुड़े नेता रहे। वे पार्टी के संगठन के प्रति वफादार और सबको साथ लेकर चलने वाले नेता थे। रामस्वरूप शर्मा कबड्डी के राष्ट्रीय खिलाड़ी रहे और एनएचपीसी में खेल कोटे से नौकरी लगे थे। जहां से 1985 में नौकरी छोड़कर पूरी तरह संघ के प्रचारक बन गए।
मंडी जिला भाजपा में विभिन्न पदों पर रहने के बाद रामस्वरूप शर्मा दो बार प्रदेश संगठन महामंत्री रहे। वे हमीरपुर संसदीय क्षेत्र के प्रभारी भी रहे। इसके अलावा हिमाचल प्रदेश सिविल सप्लाई कारपोरेशन के उपध्यक्ष मनोनीत हुए। वर्ष 2014 में पहली बार पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह की धर्मपत्नी एवं पूर्व सांसद प्रतिभा सिंह के खिलाफ चुनाव लड़ा और 39000 के करीब कतों से विजय हासिल की।
मंडी को छोटीकाशी का नाम दिलाने का श्रेय भी रामस्वरूप शर्मा को जाता है, यहां तक कि ब्यास आरती शुरू करवाने में भी रामस्वरूप शर्मा का अहम योगदान रहा है। रामस्वरूप शर्मा प्रधानमंत्री मोदी को बड़ी काशी का सांसद कहते और स्वयं को उनका मित्र बताकर सुदामा कहलाते। 2019 के लोकसभा चुनाव में रामस्वरूप शर्मा ने पं. सुखराम के पोते कांग्रेस के उम्मीदवार आश्रय शर्मा को रिकार्ड चार लाख पांच हजार मतों से पराजित कर ऐतिहासिक जीत दर्ज की। जो मंडी संसदीय क्षेत्र का रिकार्ड है। वर्तमान में रामस्वरूप शर्मा भाजपा के प्रदेश वरिष्ठ उपाध्यक्ष भी थे, उनका नाम प्रदेश अध्यक्ष की दौड़ में भी शामिल था।
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रामस्वरूप शर्मा को कुछ वर्ष पूर्व दिल का दौरा पड़ने पर एम्स दिल्ली में सफल आपरेशन भी हुआ था। अभी कुछ दिनों से रामस्वरूप शर्मा अस्वस्थ चल रहे थे। बुधवार को अचनाक उनके निधन का समाचार मिलने से मंडी में शोक की लहर है।