पटनाः कोरोना की दूसरी लहर में बिहार की प्रमुख विपक्षी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल सरकार पर लगातार निशाना साध रही है। इसी के तहत राजद के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने शुक्रवार को एक बार फिर गंगा में मिल रहे शवों को लेकर सरकार पर निशाना साधा है। इस बीच, विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने सरकार पर आंकड़ों का फर्जीवाड़ा कर राज्यवासियों की जिंदगी के साथ खिलवाड़ करने का आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को इसे बंद करने की नसीहत दी है।
राजद के अध्यक्ष लालू प्रसाद ने ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर लिखा कि गंगा मैया की गोद में शवों का अम्बार लगना बेहद चिंताजनक, दर्दनाक और शर्मनाक है। किसकी लापरवाही से यह सब हो रहा है? यूपी-बिहार के बेटों अपनी जीवनदायिनी गंगा मां को बचाओ। इधर, राज्य के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कोरोना की जांच पर सवाल उठाए हैं। तेजस्वी ने ट्वीट कर लिखा कि डब्लूएचओ और आईसीएमआर मानक के अनुसार आरटी-पीसीआर टेस्ट कोरोना जांच का गोल्ड स्टैंडर्ड है और उसे कुल जांच का 70 प्रतिशत होना चाहिए। लेकिन बिहार में नीतीश सरकार ठीक इसके विपरीत मात्र 25-30 प्रतिशत आरटी-पीसीआर जांच कर रही है। इससे भी आश्चर्यजनक तथ्य ये है कि पिछले माह की तुलना में 41 प्रतिशत कटौती की है जबकि पॉजिटिविटी रेट 20 प्रतिशत है।
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उन्होंने एक अन्य ट्वीट में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को संबोधित करते हुए लिखा कि बिहार की जनता आपकी सरकारी कारिस्तानियों से अनभिज्ञ नहीं है। स्वास्थ्य विभाग की सारी रिपोर्ट्स आखिर आपके दावों के विपरीत क्यों होती है? आंकड़ों का फर्जीवाड़ा कर कृपया राज्यवासियों की जिंदगी के साथ खिलवाड़ करना बंद करिए।