लखीमपुर खीरीः जनपद में हिंसा के मामले में सर्वोच्च न्यायालय के दखल के बाद पुलिस हरकत में आ गई है। इसी क्रम में गुरुवार को पुलिस ने दो आरोपितों को हिरासत में लिया है, जबकि मुख्य आरोपित आशीष मिश्रा अभी भी फरार है। पुलिस ने जनपद में हुई घटना के चार दिन बाद दो लोग आशीष पाण्डेय और लवकुश राणा को हिरासत में लेकर पुलिस लाइन में रखा गया है। दोनों केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे आशीष मिश्रा के करीबी बताए जाते हैं।
इसके बाद पूछताछ के लिए आईजी लक्ष्मी सिंह पुलिस लाइन पहुंची।
उन्होंने बताया कि इस मामले में दो लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। इनसे जो भी तथ्य सामने निकलकर आयेगा वो साझा किया जायेगा। पुलिस अपनी जांच कर रही है। गौरतलब है कि, राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने लखीमपुर खीरी घटना की जांच के लिए इलाहाबाद हाईकोर्ट के रिटायर्ड जज प्रदीप श्रीवास्तव की एकल सदस्य जांच आयोग का गठन किया। वहीं, दूसरी तरफ विपक्षी दल लगातार अरोपितों की गिरफ्तारी की मांग कर हैं। जबकि इस हिंसा का सर्वोच्च न्यायालय ने स्वतः संज्ञान में लिया है। इसके बाद से पुलिस ने अपनी कार्रवाई की गति को तेज कर दिया है।
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वहीं लखीमपुर पुलिस के एक अधिकारी ने कहा कि दोनों रविवार को तिकुनिया गांव में किसानों को कुचलने वाले वाहनों में से एक में बैठे थे। पुलिस दोनों से पूछताछ कर रही है। प्राथमिकी में आशीष मिश्रा का नाम लिया गया है और कहा गया है कि वह वही कार चला रहा था, जो प्रदर्शनकारियों के ऊपर से गुजरी। प्राथमिकी के मुताबिक आशीष ने कार से नीचे उतरकर फायरिंग भी की और फिर छिप गया। हालांकि, घटना के एक वीडियो से पता चलता है कि लखीमपुर खीरी हिंसा में तीन एसयूवी शामिल थी और उन कारों पर कोई हमला नहीं हुआ था। पहली एसयूवी ने प्रदर्शनकारियों के एक समूह को टक्कर मारी, जो झंडों के साथ चल रहे थे। उसके बाद दो अन्य एसयूवी उसके पीछे जाती हुई नजर आई।
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