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गोरखपुर से अपहरण किए गए युवक की हत्या, बिहार में मिला शव

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गोरखपुर: यूपी में अपराधियों के हौसले बुलंद हैं। पुलिस प्रशासन और सरकार से बेखौफ अपराधी आए दिन नई वारदातों को अंजाम दे रहे हैं। वहीं पुलिस प्रशासन भी लापरवाह बना हुआ है। सीएम योगी के गढ़ गोरखपुर जिले में रामगढ़ताल थाना इलाके से एक महीने पहले असलहे की नोंक पर एक युवक के अपहरण के मामले में गोरखपुर पुलिस की लापरवाही सामने आई है।

युवक की मां ने आरोप लगाया है कि वह चौकी से लेकर थाने तक अपने बेटे के अपहरण की वारदात दर्ज कराने के लिए भटकती रही, लेकिन पुलिस ने उनकी नहीं सुनी। अब उसकी हत्या की घटना सामने आई है। गया के बेलागंज थाने की पुलिस ने गोरखपुर आकर लाश की शिनाख्‍त कराई त‍ब इस मामले का खुलासा हुआ।

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जानकारी के मुताबिक, रामगढ़ताल थाना इलाके से बोलेरो सवार बदमाशों ने तकरीबन एक महीने पहले 35 वर्षीय सर्वेश सिंह उर्फ राज सिंह का घर से असलहे की नोंक पर अपहरण कर लिया था। बिहार के गया में उसकी सिर कटी लाश पुलिस को मिली है। मामला खुलने के बाद सर्वेश की मां ने आरोप लगाया है कि वह चौकी से लेकर थाने तक अपने बेटे के अपहरण की वारदात दर्ज कराने के लिए भटकती रही, लेकिन पुलिस ने उनकी बात तक नहीं सुनी। थाने पर उनके साथ बदसलूकी भी की गई। सर्वेश सिंह के बारे में पता चला है कि वह बिहार के सुल्‍तानगंज में हत्‍या के एक मामले में आरोपी था। इन दिनों जमानत पर बाहर था। लॉकडाउन के पहले से वह घर पर रह रहा था। गया के बेलागंज एसएचओ अभिनाश कुमार ने सर्वेश के घर पहुंचकर शव के फोटो और कपड़े से उसकी शिनाख्‍त कराई।

बेलागंज एसएचओ ने बताया कि उनके थाना क्षेत्र में एनएच-3 के पहले रिसौध नहर के पास धान के खेत में एक अज्ञात युवक का शव 10 अगस्त मिला था। शव बोरे में कसा था। गर्दन अलग और धड़ अलग था। एक आरसी पेपर के सहारे वह गोरखपुर पहुंचे। उन्‍हें एक गाड़ी का पता करना था। बाद में पता चला कि गाड़ी का नंबर फर्जी था। जांच के दौरान ही एसओ को सर्वेश के घर का पता मिला। वहां पहुंचे तो सर्वेश के अपहरण की बात सामने आई। जिसकी बाद में हत्‍या कर लाश बिहार के गया में फेंक दी गई थी।

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गौरतलब है कि मूल रूप से बेलघाट इलाके के पिपरसण्डी गांव रहने वाली किशोरी देवी ने रामगढ़ताल पुलिस को तहरीर देकर बताया था कि वह अपने फौजी पति और परिवार के अन्य सदस्यों के साथ रामगढ़ताल इलाके के फुलवरिया में रहती हैं। छह अगस्त की दोपहर दो से तीन बजे के बीच घर से ही उनके बेटे सर्वेश सिंह उर्फ राज सिंह को मैरून रंग की बोलेरो पर सवार तीन लोग असलहा के बल उठा ले गए। उन्‍होंने दरवाजा खुलवाया और बेटे को बाहर बुलवाया था। बेटे के बाहर आते ही उन्होंने बेटे का नंबर बताकर पूछा कि क्या यह उसका नंबर है। बेटे के हां कहते ही उन्‍होंने उसे पीटना शुरू कर दिया। तमंचा सटाकर उसे जबरन बोलेरो में बैठाकर लेकर कहीं चले गए। वह थाने गई जहां उसके साथ पुलिसकर्मियों ने बदसलूकी की। इसके पहले महिला ने स्थानीय चौकी प्रभारी को भी तहरीर दी थी।

महिला ने बताया कि उसके बेटे के खिलाफ सुल्तानपुर जिले के कादीपुर कोतवाली में पूर्व में एक हत्या का केस दर्ज था। वह इन दिनों जमानत पर बाहर था। लॉकडाउन के पहले से वह घर पर ही रह रहा था। रामगढ़ताल प्रभारी सत्य सान्याल शर्मा ने कहा कि मामले की जांच की जा रही है।