शिमला: धर्मशाला में तपोवन विधानसभा के मुख्य द्वार पर खालिस्तानी झंडे लगाने व दीवारों पर नारे लिखने के दोनों आरोपियों की पुलिस रिमांड (police remand) 19 मई तक बढ़ा दी गई है। सोमवार दोपहर बाद दोनों आरोपियों हरबीर सिंह उर्फ राजू और परमजीत सिंह उर्फ पम्मा को जिला एवं सत्र न्यायालय धर्मशाला की अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें 19 मई तक के लिए फिर से पुलिस रिमांड (police remand) पर भेजा गया है। बताया जा रहा है कि पुलिस दोनों आरोपियों को एक साथ तमाम स्पॉट पर ले जाना चाहती है और हर सबूतों का तथ्यों के साथ मिलान किया जाएगा।
पुलिस द्वारा अभी तक दोनों के खिलाफ तमाम सबूत इकट्ठा किए जा रहे हैं और इनके मिलान के लिये दोनों आरोपियों का एक साथ होना जरूरी है। सूत्रों के अनुसार, आरोपियों ने अभी भी वारदात के कई पहलुओं का खुलासा नहीं किया है। इसी के चलते पुलिस अब उनसे गहनता से पूछताछ करेगी।
गौरतलब है कि मामले के एक आरोपी हरबीर उर्फ राजू को पंजाब के मोरिंडा से बीते 11 मई को गिरफ्तार कर धर्मशाला पुलिस प्रोडक्शन वारंट पर धर्मशाला लेकर आई थी और उसे 12 मई को अदालत में पेश किया था। वहां से उसे कोर्ट ने चार दिन की रिमांड पर यानी 16 मई तक पुलिस कस्टडी में भेजा था। इसके बाद दूसरे आरोपी परमजीत उर्फ पम्मा को भी पुलिस ने रोपड़ के चमकौर साहिब से पकड़ा था और उसके तुरंत बाद धर्मशाला पुलिस ने उसे भी प्रोडक्शन वारंट पर ले लिया और धर्मशाला जिला अदालत में 14 मई को पेश किया। इस दौरान उसे दो दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा। लिहाजा आज ही दोनों का पुलिस रिमांड खत्म हुआ और आज दोनों को फिर से अदालत में पेश किया।
धर्मशाला के तपोवन स्थित हिमाचल प्रदेश विधानसभा भवन के बाहर सात मई की देर रात अज्ञात लोगों ने खालिस्तान के झंडे लगाए थे। उसके बाद एसआईटी का गठन कर तफ्तीश शुरू की गई। दो आरोपियों को अभी तक इस मामले में गिरफ्तार किया गया है।