लखनऊ: उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य (Keshav Prasad Maurya) ने बुधवार को उत्तर प्रदेश ग्रामीण सड़क विकास अभिकरण के अधिकारियों को निर्देश दिये हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के चरणबद्ध एवं समयबद्ध लक्ष्यों को प्राप्त करने तथा उच्च गुणवत्ता वाली ग्रामीण सड़कों के निर्माण पर विशेष ध्यान दिया जाना चाहिए। एफडीआर तकनीक को प्राथमिकता देते हुए नए मार्गों का निर्माण प्रस्तावित किया जाए। इसके लिए ठेकेदारों के साथ बैठकें कर संवाद बनाए रखें। निर्माण कार्य में गुणवत्ता एवं मानक का विशेष ध्यान रखें।
सुधार करने के दिये निर्देश
उपमुख्यमंत्री के निर्देशानुसार सड़क निर्माण की गति बढ़ाने के लिए उत्तर प्रदेश ग्रामीण सड़क विकास अभिकरण द्वारा प्रतिदिन न्यूनतम पांच एफडीआर ठेकेदारों की समीक्षा बैठक की जा रही है, जो कम से कम 3-4 दिनों तक चलेगी एफडीआर का काम पूरा होने में कई महीने लगेंगे। उत्तर प्रदेश ग्रामीण सड़क विकास अभिकरण के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुखलाल भारती ने राज्य गुणवत्ता समन्वयक एवं युवा सिविल इंजीनियरों के साथ लगातार जनपद लखीमपुर खीरी में सड़क निर्माण की गति बढ़ाने के लिए न्यूनतम पांच एफडीआर ठेकेदारों की समीक्षा बैठक की और आवश्यक सुधार के निर्देश दिये।
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राज्य ग्रामीण सड़क विकास अभिकरण के मुख्य अभियंता राजकुमार चौधरी ने बताया कि वर्तमान में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के 18495 किमी स्वीकृत मार्ग के विरूद्ध 13500 किमी का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है। इसमें 1500 किलोमीटर एफडीआर ग्रामीण सड़कों का निर्माण किया गया है। लगभग 4000 किमी एफडीआर मार्गों का निर्माण कार्य प्रगति पर है।
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