Kati Bihu 2022: असम में आज मनाया जा रहा काटी बिहू, जानें इस पर्व का महत्व

नई दिल्लीः बिहू पर्व असम का मुख्य त्योहार है। हर साल अक्टूबर में काटी बिहू पर्व को धूमधाम से मनाया जाता है और इस साल आज यानी 18 अक्टूबर को काटी बिहू पर्व मनाया जा रहा है।

क्या है महत्व – काटी बिहू प्रमुख रूप से प्रकृति व माता लक्ष्मी की पूजा की जाती है। भारत के पूर्वी राज्यांे में इस पर्व को बड़े हर्ष व उल्लास के साथ मनाया जाता है। दरअसल, असम में लोग अनाज के भंडार, खेतों और तुलसी के पास दीया जलाकर माता लक्ष्मी से अपने घरों में सुख, संपन्नता व अनाज की अच्छी पैदावार की प्रार्थना करते हैं। इस कारण इस पर्व को प्रार्थना का पर्व भी कहा जाता है।

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हर्ष व उल्लास का पर्व – काटी बिहू का उल्लास असम में देखने को मिलता है। इस दिन लोग पारम्परिक कपड़े पहनते हैं और दीया जलाकर एक साथ नृत्य करते हैं और खुशियां मनाते हैं। अक्टूबर में असम में फसल बोई जाती है, इस महीने तक उनके घरों में अनाज की कमी होने लगती है, इसलिए वे खेतों के पास और तुलसी के पास दीया जलाकर मां लक्ष्मी से अच्छी पैदावार की प्रार्थना करते हैं और फसल बोने की खुशी में काटी बिहू मनाते हैं, जबकि तीन महीने बाद फसल पककर तैयार हो जाती है और तब इस खुशी में असम में भोगाली बिहू का पर्व मनाते हैं।

तीन बार मनाया जाता है बिहू – बिहू असम का प्रमुख पर्व है और इसे साल में तीन बार मनाया जाता है। रांेगाली बिहू अप्रैल महीने में, काटी बिहू अक्टूबर महीने में और भोगाली बिहू जनवरी में मनाते हैं। काटी बिहू को कोंगाली बिहू के नाम से भी जाना जाता है।

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