Home अवर्गीकृत Varanasi: कांची शंकराचार्य ने की देवी विशालाक्षी, मीनाक्षी व कामाक्षी की पूजा

Varanasi: कांची शंकराचार्य ने की देवी विशालाक्षी, मीनाक्षी व कामाक्षी की पूजा

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वाराणसी (Varanasi): कांची कामकोटि पीठ के शंकराचार्य शंकर विजयेंद्र सरस्वती ने देवी विशालाक्षी, मीनाक्षी और कामाक्षी देवी की पूजa की। दीपोत्सव के अवसर पर कांची काम कोटि पीठम के शंकराचार्य ने हनुमान घाट स्थित कांची मठ में देवी की रजत प्रतिमा की विधि विधान से पूजा की। इस दौरान उन्होंने लोगों से दिवाली त्योहार पर तेज आवाज वाले पटाखों का इस्तेमाल न करने की भी अपील की।

मठ प्रबंधक बीएस सुब्रमण्यम मणि ने बताया कि दीपोत्सव पर्व पर सभी को अन्न समृद्धि प्रदान करने के उद्देश्य से मंदिर परिसर में 21 वैदिकों द्वारा मां अन्नपूर्णा के मंत्र का जाप एवं हवन करने का कार्यक्रम चल रहा है। इसकी पूर्णाहुति रविवार को दोपहर 1.30 बजे होगी. इस अनुष्ठान का उद्देश्य देश में अच्छे कृषि उत्पादन और लोगों के अच्छे स्वास्थ्य की कामना करना है। उन्होंने कहा कि दीपोत्सव सनातनी परंपरा के प्रमुख त्योहारों में से एक है। यह त्यौहार कार्तिक अमावस्या को पूरे भारत में मनाया जाता है। दक्षिण भारत में भी दिवाली मनाने की परंपरा है। चतुर्दशी तिथि पर सुबह गर्म जल से स्नान करें। ऐसा करने से गंगा स्नान का फल प्राप्त होता है।

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पारंपरिक मान्यता है कि सुबह के समय हल्दी तेल लगाकर स्नान करना चाहिए, नए कपड़े पहनना चाहिए, मंदिर जाना चाहिए, रिश्तेदारों और परिचितों से मिलना चाहिए, गंगा का स्मरण करना चाहिए, एक-दूसरे का अभिवादन करना चाहिए और गणेश लक्ष्मी की पूजा करनी चाहिए। उन्होंने बताया कि मठ परिसर में सांस्कृतिक संध्या का भी आयोजन किया जा रहा है। अर्चना निगम के संयोजन में सांस्कृतिक कार्यक्रम शाम साढ़े छह बजे से आठ बजे तक चल रहा है। स्थानीय लोग सांस्कृतिक कार्यक्रमों और धार्मिक अनुष्ठानों का लाभ उठा रहे हैं और बड़ी संख्या में लोग दर्शन और पूजा के लिए मठ में आ रहे हैं।

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