J&K News : राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने इस साल कश्मीर में दो दो प्रवासी मजदूरों की हत्या में शामिल एक बड़े आतंकी संगठन से जुड़े आरोपी की अचल संपत्ति जब्त की है। यह संपत्ति बुधवार को श्रीनगर के जालदारगर में गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम, 1967 की धारा 25 के तहत जब्त की गई, जिसके बारे में NIA ने आधिकारिक जानकारी दी है।
7 फरवरी को हुई मजदूरों की हत्या
NIA ने गुरुवार को एक आधिकारिक बयान में कहा कि आरोपी आदिल मंजूर लंगू पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) की शाखा द रेजिस्टेंस फ्रंट (टीआरएफ) से जुड़ा है। बयान में कहा गया है कि पाकिस्तान स्थित उसके टीआरएफ/एलईटी हैंडलर के नेतृत्व में साजिश का उद्देश्य निर्दोष लोगों की हत्या करना, आतंक फैलाना और भारत में हिंसा भड़काना था। श्रीनगर के शाला कदल में 7 फरवरी को दो गैर-स्थानीय लोगों की हत्या के सिलसिले में लंगू, डार और दाऊद को 12 फरवरी को गिरफ्तार किया गया था, जबकि मास्टरमाइंड जहांगीर अभी भी फरार है।
बयान में कहा गया है कि अपराध को अंजाम देने में इस्तेमाल किए गए हथियार और गोला-बारूद को 10 मरला की संपत्ति से बरामद किया गया था, जिसे इसके मूल मालिक ने लंगू के पिता और कुछ अन्य लोगों को हस्तांतरित कर दिया था। जांच एजेंसी ने कहा कि लंगू, जिसे 12 फरवरी को गिरफ्तार किया गया था, और अन्य आरोपियों के खिलाफ अगस्त में आरोप पत्र दायर किया गया था और वे वर्तमान में श्रीनगर की सेंट्रल जेल में बंद हैं।
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TRF ने दी थी हत्याओं की जिम्मेदार
टीआरएफ, जो 2019 में लश्कर के एक प्रॉक्सी संगठन के रूप में सामने आया था, को भी एक आतंकवादी संगठन के रूप में नामित किया गया है। यह कश्मीर में गैर-स्थानीय नागरिकों पर कई हमलों और हत्याओं के लिए जिम्मेदार रहा है, जिनमें धार्मिक अल्पसंख्यक भी शामिल हैं। एनआईए ने कहा कि यह संगठन स्थानीय पुलिसकर्मियों सहित भारतीय सुरक्षा बलों पर कई हमलों के पीछे भी है।