छावनी में तब्दील हुआ जंतर-मंतर, 9 अगस्त तक लगातार प्रदर्शन करेंगे किसान

नई दिल्लीः संसद के मानसून सत्र के तीसरे दिन किसानों ने भी गुरुवार से जंतर-मंतर पर ‘किसान संसद’ शुरु कर दी। दिल्ली पुलिस और डीडीएमए द्वारा इसे मंजूरी भी दी गई है। वहीं 26 जनवरी को किसानों द्वारा हंगामे की घटना को देखते हुए पुलिस ने किसानों के धरना स्थल को छावनी में तब्दील कर दिया है। पुलिस के अनुसार, जंतर-मंतर पर किसान आंदोलन के लिए किसानों की संख्या निर्धारित की गई है। यहां कुल 200 किसानों को ही प्रदर्शन की अनुमति दी गई है।

किसानों के प्रदर्शन को देखते हुए दिल्ली पुलिस द्वारा यहां सुरक्षा चाक-चौबंद की गई है और दिल्ली पुलिस के तमाम वरिष्ठ अधिकारी लगातार जंतर-मंतर इलाके का मुआयना कर रहे हैं। इसी बीच दिल्ली पुलिस कमिश्नर का कार्यभार देख रहे बालाजी श्रीवास्तव ने भी जंतर-मंतर का दौरा किया।

ड्रोन से रखी जा रही नजर

पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, जंतर-मंतर को चार हिस्सों में बांटा गया है। पुलिस ने यहां पांच लेयर की बेरिकेड की है। मीडिया को किसानों से दूर रखा गया है। इसके साथ ही पुलिस ड्रोन से नजर रख रही है। साथ ही पुलिसकर्मी लगातार वीडियोग्राफी कर रहे हैं।

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नौ अगस्त तक किसान करेंगे प्रदर्शन

पुलिस के अनुसार, 22 जुलाई से लेकर नौ अगस्त तक रोजाना 200 किसानों को जंतर-मंतर पर प्रदर्शन करने की अनुमति दी गई है। इसी क्रम में आज 200 किसान जंतर- मंतर पहुंचकर ‘किसान संसद’ आयोजित कर रहे हैं। किसान संसद में शामिल होने पहुंचे किसान नेता योगेंद्र यादव ने आज के दिन को ऐतिहासिक बताया। वहीं आम आदमी पार्टी के लोकसभा सांसद भगवंत मान का कहना है कि कृषि कानूनों के वापस लेने के सिवा और कोई विकल्प नहीं है।