Jammu Kashmir Elections 2024 : जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव 2024 में भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ने वाले सैयद मुश्ताक बुखारी (Syed Mushtaq Bukhari) का बुधवार को निधन हो गया। परिवार के अनुसार, उनका निधन हृदयाघात से हुआ। वह सुरकोट विधानसभा से भाजपा के उम्मीदवार थे। जम्मू-कश्मीर से भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष रविंदर रैना ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर एक पोस्ट के जरिए उनके निधन पर दुख जताया।
पोस्ट में उन्होंने लिखा, “सूरनकोट विधानसभा क्षेत्र से भाजपा उम्मीदवार और राजनीतिक दिग्गज सैयद मुश्ताक बुखारी साहब के निधन की खबर सुनकर स्तब्ध और गहरा दुख हुआ। यह राजौरी और पुंछ के पूरे समाज के लिए एक अपूरणीय क्षति है। मैं अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त करता हूं।” जम्मू-कश्मीर में तीन चरणों में होने वाले विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण में 25 सितंबर को सुरनकोट में मतदान हुआ था।
फारूक अब्दुल्ला सरकार में रहे मंत्री
बता दें कि पहाड़ी समुदाय को एसटी का दर्जा दिए जाने के मुद्दे पर पार्टी अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला से मतभेद के बाद बुखारी ने नेशनल कॉन्फ्रेंस छोड़ दी थी। फरवरी में केंद्र द्वारा पहाड़ी लोगों को अनुसूचित जनजाति (एसटी) का दर्जा दिए जाने के बाद वह भाजपा में शामिल हो गए थे। वह 1996 में फारूक अब्दुल्ला सरकार में मंत्री भी रहे।
वहीं, जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव में मतदान पूरा हो चुका है और 8 अक्टूबर को मतगणना होनी है। मंगलवार को मतदान का अंतिम चरण पूरा हो गया। चुनाव कानूनों के अनुसार, सुरनकोट विधानसभा सीट के लिए मतगणना भाजपा उम्मीदवार की मृत्यु से प्रभावित नहीं होगी।
अगर ऐसा हुआ तो छह महीने के भीतर कराना होगा चुनाव
अधिकारियों के अनुसार, 8 अक्टूबर को जम्मू-कश्मीर के अन्य सभी निर्वाचन क्षेत्रों के साथ-साथ मतगणना भी नियमित रूप से की जाएगी। हालांकि, अगर सुरनकोट में मृतक भाजपा उम्मीदवार चुनाव जीत जाता है, तो भारत के चुनाव आयोग (ईसीआई) द्वारा एक अधिसूचना के माध्यम से सुरनकोट में नए सिरे से चुनाव का आदेश दिया जाएगा। लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम, 1951 की धारा 151 ए के तहत, अगर मृतक उम्मीदवार मतगणना में जीत जाता है, तो इस सीट पर छह महीने के भीतर चुनाव कराना होगा।