जगदलपुर (Jagdalpur) : कलेक्टर विजय दयाराम के निर्देशानुसार बस्तर जिले के राजस्व एवं वन अधिकार पट्टाधारी किसानों का चिन्हांकन कर शत-प्रतिशत किसान क्रेडिट कार्ड बनाने हेतु सघन अभियान चलाया जा रहा है। इस दिशा में जिले के लैम्पस जैसी सभी आदिम जाति सेवा सहकारी समिति मर्यादित में किसानों का केसीसी तैयार किया जा रहा है।
कृषि एवं उद्यानिकी, मत्स्यपालन, पशुपालन आदि सहयोगी विभागों ने लक्षित किसानों की पहचान कर दस्तावेजों का परीक्षण कर प्रकरण तैयार कर जमा किये जा रहे हैं, जहां से बैंकों द्वारा जमा किये गये प्रकरणों का केसीसी बनाने की प्रक्रिया शुरू हो गयी है।
ऐसे करें आवेदन
कृषि उपनिदेशक से मिली जानकारी के अनुसार जिले के वे सभी किसान जिनके पास खेती की जमीन है और उनकी उम्र 18 वर्ष है, वे केसीसी के लिए आवेदन कर सकते हैं। आवेदन करने के लिए किसान को शिविर में अपना आधार कार्ड, नक्शा, खसरा, बी-1, पासपोर्ट साइज फोटो, बैंक खाता पासबुक लाना अनिवार्य है। सहकारी बैंक में किसान क्रेडिट कार्ड बनवाने के लिए 105 रुपये सदस्यता शुल्क जमा करके समिति की सदस्यता लेनी होगी।
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समितियों के माध्यम से पा सकते हैं ऋण
किसान क्रेडिट कार्ड के माध्यम से किसान अपनी खेती के लिए खाद, बीज और नकदी सहकारी ऋण समितियों के माध्यम से प्राप्त कर सकते हैं। बिना किसी ब्याज के तथा फसल उत्पादन के बाद यह ऋण बिना किसी ब्याज के जमा किया जा सकता है। इसके साथ ही सब्जी उत्पादन, बागवानी फसलों की खेती, मछली पालन और पशुपालन के लिए भी किसान क्रेडिट कार्ड उपलब्ध कराया जा रहा है।
शिविरों में दिए जा रहे किसान क्रेडिट कार्ड
उप निदेशक कृषि राजीव श्रीवास्तव ने बताया कि वर्तमान में ग्राम पंचायत स्तर पर आयोजित विकास भारत संकल्प यात्रा शिविरों में किसानों को किसान क्रेडिट कार्ड उपलब्ध कराने की पहल की जा रही है। उन्होंने किसानों से अपील की है कि वे बड़ी संख्या में आदिम जाति सेवा सहकारी समिति लिमिटेड एवं विकास भारत संकल्प यात्रा शिविर में उपस्थित होकर किसान क्रेडिट कार्ड से लाभ उठा सकते हैं।
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