नई दिल्लीः चाणक्य ने अपनी नीतिशास्त्र में बताया है कि आप किस तरह से अपनी बुद्धि का प्रयोग कर शत्रुओं को परास्त कर सकते हैं। इसके साथ ही कुछ ऐसी बातें भी होती है जिसे आपको किसी को भी नही बतानी चाहिए। इससे आपका अपमान तो होगा ही साथ ही इससे आपके शत्रु आपका लाभ भी उठा सकते हैं। चाणक्य ने बताया है कि कुछ बातों को गुप्त रखना ही श्रेष्ठकर होता है।
यदि किसी ने आपको कुछ गलत बोला हो जिससे आपका अपमान हुआ हो तो इसे किसी भी बाहर के व्यक्ति को नही बताना चाहिए। इससे वह व्यक्ति आपका मजाक उड़ा सकता है। जिससे आपके मन को ठेस पहुंच सकती है। इसके साथ ही कभी भी अपने पारिवारिक विवाद को किसी भी दूसरे को नही बताना चाहिए। इसके साथ ही यदि आपके परिवार के किसी व्यक्ति में कोई दोष भी है तो उसका भी जिक्र किसी दूसरे व्यक्ति से नही करना चाहिए। इससे हो सकता है कि वह अन्य व्यक्ति आपके पारिवारिक मतभेदों का लाभ उठाये या फिर आपके परिवार की बुराई करें।
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इसके साथ ही कभी पति-पत्नी के बीच हुए विवाद को भी किसी तीसरे व्यक्ति को कभी भी नही बतानी चाहिए। पति-पत्नी का संबंध बेहद निजी होता है। इसलिए दोनों में से किसी एक में अगर कोई दोष हो या उसका व्यवहार गलत हो तो इसका जिक्र कभी भी बाहर के व्यक्ति से नही करना चाहिए। वहीं यदि आपको आपके व्यवसाय में या फिर किसी अन्य कारणों से धनहानि हुई हो तो भी इसका जिक्र किसी दूसरे व्यक्ति से नही करना चाहिए। क्योंकि बाहर का व्यक्ति आपकी मजबूरी का फायदा भी उठा सकता है साथ ही यह भी हो सकता है कि वह आपकी मदद भी न करे। इससे आप कई और समस्याओं में भी घिर सकते है और आपके मान-सम्मान को भी ठेस पहुंच सकती है।