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जाली नोट बनाने वाले अंतरराज्यीय गिरोह का भंडाफोड़, जीआरपी ने तीन को दबोचा

मथुरा: जीआरपी ने शुक्रवार दोपहर जाली नोट बनाने वाले अंतरराज्यीय गिरोह का पर्दाफाश किया है। मथुरा जंक्शन से इस गिरोह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए आरोपियों में दो राजस्थान के रहने वाले हैे। एक आरोपी बिहार का है, यह कोच अटैंडर हैं। यह ट्रेन में जाली नोट लाने और ले जाने में मदद करता था। आरोपितों के पास से डेढ़ लाख के जाली नोट और नोट छापने का पेपर बरामद हुआ है।

पूछताछ में पता चला है कि गिरोह का सरगना पश्चिम बंगाल के मालदा का रहने वाला है। देशभर में उसका नेटवर्क फैला है। पकड़े गए शातिर ऑनलाइन सिक्योरिटी पेपर मंगाकर जाली नोट बनाते थे। एसपी जीआरपी मोहम्मद मुश्ताक ने बताया कि राजकीय रेलवे पुलिस स्टेशन पर गश्त कर रही थी। तभी उसे दो लोग संदिग्ध दिखाई दिए। रेलवे पुलिस ने प्लेटफार्म संख्या चार पर मौजूद इन लोगों से पूछताछ की तो वह पुलिस को गुमराह करने लगे। शक होने पर रेलवे पुलिस थाने ले आई और वहां कड़ाई से पूछताछ की तो आरोपितों से डेढ़ लाख के जाली नोट और नोट छापने का पेपर बरामद हुआ।

पुलिस ने कलीमुल्ला काजी निवासी सवाई माधोपुर, राजस्थान, मोहम्मद तकीम उर्फ तकी निवासी कोटा, राजस्थान और धर्मेन्द्र निवासी कटिहार, बिहार को गिरफ्तार कर लिया। इनके गिरोह में शामिल लोगों की तलाश में पुलिस जुटी है। शुक्रवार को तीनों आरोपित रौनक से जाली नोट लेकर आ रहे थे। मुखबिर की सूचना पर जीआरपी ने मथुरा जंक्शन से आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में पता चला है कि जाली नोट बनाने में आरोपित जिस सिक्योरिटी पेपर का इस्तेमाल करते हैं, उसमें हरे रंग की सिक्योरिटी ग्रिड लगी है, जिसमें भारत व आरबीआई लिखा है। वाटर मार्क में गांधी जी की तस्वीर है।

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जीआरपी एसपी मोहम्मद मुश्ताक ने बताया कि आरोपी कलीमुल्ला टैक्सी चालक है। उसका साथी सनाउल है जो पश्चिम बंगाल का रहने वाला है। उसके कहने पर ही वह इस धंधे में आया। पूछताछ में पता चला है कि सनाउल और उसके साथी देशभर में जाली नोटों का धंधा करते हैं। सनाउल के कहने पर वह पश्चिम बंगाल गया था। जहां उसकी मुलाकात गिरोह के अन्य सदस्यों से हुई। उन लोगों ने उसे जाली नोट दिए, जो आसानी से चल गए। इसके बाद कलीमुल्ला भी गिरोह में शामिल हो गया। उसने अपने भांजे मोहम्मद तकीम को भी शामिल कर लिया। तकीम सिविल इंजीनियर है।

आरोपी ने बताया कि मालदा काफी दूर होने के कारण बाद में उसने वहां जाने से मना कर दिया। इस पर सनाउल ने एक कंपनी का नाम और नंबर देकर बताया कि तुम लोग ऑनलाइन नकली नोट छापने के लिए सिक्योरिटी पेपर मंगाकर वाराणसी में गिरोह के सदस्य रौनक उर्फ मुकेश को देकर जाली नोट ले लेना। उसके बताए अनुसार कलीमुल्ला ई-कॉमर्स साइट अलीबाबा के माध्यम से कंपनी से ऑनलाइन सिक्योरिटी पेपर प्राप्त कर रौनक से जाली नोट लेकर आता था।

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