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महंगाई की मारः अब टमाटर भी हुआ ‘लाल’, आसमान में पहुंची कीमतें

People purchase tomatoes that are sold on a bullock cart.

नई दिल्लीः पेट्रोल-डीजल और रसोई गैस की बढ़ती कीमतों के की बीच सब्जी का जायका बढ़ाने वाला टमाटर इन दिनों महंगाई से और लाल हो गया है। टमाटर के दाम अचानक आसमान छूने लगे हैं । जिसका असर सीधा अब आम आदमी की जेब पर पड़ रहा है। जिसके कारण रसोई का बजट बिगड़ रहा है । दरअसल देश भर में टमाटर की खुदरा कीमत लगातार बारिश के कारण आपूर्ति की कमी के बाद बढ़ गई हैं। अगर यूपी के कानपुर की थोक मंडी की बात करें तो यहां 240 रुपये में बिकने वाली टमाटर की क्रेट के दाम 1200 तक पहुंच गए हैं। जिसके कारण टमाटर के दाम 70-80 रुपये प्रति किलो हैं। जो कुछ दिन पहले तक 30 रुपये प्रति किलो थे। टमाटर के आढ़ती इसके पीछे की वजह मुख्य वजह मौसम की मार को मान रहे हैं।

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बेंगलुरु की बात करें तो यहां कुछ जगहों पर टमाटर की कीमत अचानक 10-15 रुपये प्रति किलो से 60 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गई। कारोबारियों का कहना है कि अगर यही हाल रहा तो राज्य की राजधानी में भाव 100 रुपये के करीब पहुंच जाएगा। कीमतों में अचानक वृद्धि बेंगलुरु और महाराष्ट्र के आसपास के ग्रामीण इलाकों से आपूर्ति में कमी के कारण हुई है। सितंबर महीने में टमाटर का अधिकतम दाम 15 रुपये प्रति किलो के आसपास रहा है।

100 के करीब पहुंच सकता है टमाटर

पड़ोसी जिलों चिक्कबल्लापुर, कोलार और बेंगलुरु ग्रामीण में एक महीने से लगातार बारिश और क्षेत्र में कम तापमान ने टमाटर की फसल को बुरी तरह प्रभावित किया है। किसान टमाटर की खेती नहीं कर पा रहे हैं क्योंकि लगातार बारिश के कारण उनकी जमीन गीली है और उनका कहना है कि इस स्थिति ने फसल उत्पादन को 50 प्रतिशत प्रभावित किया है। कोलार, चिंतामणि, डोड्डाबल्लापुर, चिक्कबल्लापुर, मलूर, मगदी और आसपास के अन्य क्षेत्रों से एपीएमसी में टमाटर की आवक में 40 प्रतिशत की कमी आई है।सब्जी विक्रेता संघ के अध्यक्ष गोपी ने कहा, "महाराष्ट्र के विभिन्न हिस्सों से भी हमें टमाटर नहीं मिल रहा है। मांग बढ़ने से कीमतों में वृद्धि हुई है।" उनका कहना है, "अगर यही मौसम रहा तो टमाटर का भाव 100 रुपये के करीब पहुंच जाएगा।"

प्याज के दाम भी छू सकते हैं आसमान

सूत्रों की माने तो हर दिन 2 टन टमाटर की आवक होती थी और अब आपूर्ति एक सप्ताह से कम हो रही है। आपूर्ति नहीं होने से कीमतों में तेजी आई है। उनका कहना है कि अगर यह सिलसिला जारी रहा तो टमाटर आम आदमी की जेब में आग लगाने को तैयार हैं। टमाटर ही नहीं बल्कि आलू व प्याज को भी बारिश से भारी नुकसान पहुंचा है। लेकिन नवरात्रि के चलते थोक मंडियों में फिलहाल प्याज के दाम स्थिर हैं। थोक मंडी में प्याज के दाम 3200 रुपये क्विंटल है। हालांकि नवरात्रि के बाद प्याज के दाम भी आसमान छू सकते हैं।

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