इस्लामाबाद: भारत के पूर्व नौसैनिक कुलभूषण जाधव के मामले में पाकिस्तान की सरकार अब अपनी पिछली सरकार पर निशाना साधने लगी है। कई स्तर पर इस मामले में अपनी किरकिरी करवाने वाली पाकिस्तान सरकार को इस मामले में लगातार मुंह की खानी पड़ी है। अब पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने भी माना कि पूर्ववर्ती पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) सरकार ने कुलभूषण जाधव मामले को उलझा दिया था।
मुल्तान में रविवार को पत्रकारों से बातचीत में कुरैशी ने कहा कि भारत अंतरराष्ट्रीय न्याय अदालत (आईसीजे) के फैसले को लागू नहीं कराने को लेकर दोबारा पाकिस्तान को अदालत में ले जाना चाहता था।
कुरैशी ने कहा कि पीएमएल-एन सरकार ने कुलभूषण जाधव मामले को उलझा दिया। हालांकि, उन्होंने इस बात की विस्तार से जानकारी नहीं दी कि पूर्ववर्ती सरकार ने 2013-18 के अपने शासनकाल के दौरान कैसे इस मामले को उलझा दिया।
भारतीय नौसेना के सेवानिवृत्त अधिकारी 51 वर्षीय जाधव को पाकिस्तान की एक सैन्य अदालत ने जासूसी एवं आतंकवाद के आरोपों में अप्रैल 2017 में मृत्युदंड की सजा सुनाई थी। भारत ने जाधव को वकील उपलब्ध नहीं कराने और मृत्युदंड के फैसले को आईसीजे में चुनौती दी थी जिसमें भारत जाधव के मामले पाकिस्तान को आईना दिखाता रहा है।