नई दिल्ली: भारत को जी-20 में वर्ष 2023 के लिए ‘वित्त ट्रैक’ एजेंडा की प्रस्तावित प्राथमिकताओं पर व्यापक समर्थन मिला है। भारत की अध्यक्षता में वसुधैव कुटुम्बकम की थीम के जरिए वैश्विक प्राथमिकताओं पर एक आम रास्ता बनाने के उद्देश्य से वित्त एवं केंद्रीय बैंक के उपप्रमुखों की बेंगलुरु में आयोजित पहली बैठक में यह रूझान देखने को मिला।
वित्त मंत्रालय में आर्थिक मामलों के विभाग में सचिव अजय सेठ ने बुधवार को 13 एवं 14 दिसंबर की दो दिन की बैठक के बाद यह जानकारी दी। सेठ ने बताया कि चुनौतीपूर्ण वैश्विक आर्थिक माहौल के बीच जी-20 के अधिकांश प्रतिनिधिमंडलों, अंतर्राष्ट्रीय संगठनों और अन्य आमंत्रित लोगों की उपस्थिति भारत की जी-20 अध्यक्षता के लिए समर्थन को दर्शाती है।
भारत की अध्यक्षता में पहली जी-20 वित्त और सेंट्रल बैंक के उप प्रमुखों की पहली बैठक कर्नाटक के बेंगलुरु में आर्थिक मामलों के सचिव अजय सेठ और रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) के डिप्टी गवर्नर डॉ. माइकल पात्रा की सह-अध्यक्षता में हुई। इस बैठक का एजेंडा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दिए गए दृष्टिकोण और भारत की जी-20 अध्यक्षता के विषय को ध्यान में रखते हुए तैयार किया गया था।
इस बैठक में बैठक में जी20 सदस्य देशों, आमंत्रित देशों और अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के प्रतिनिधियों सहित 160 से अधिक विदेशी प्रतिनिधियों ने शिरकत की। दरअसल यह भारत की अध्यक्षता के तहत जी-20 वित्त ट्रैक की शुरुआत का प्रतीक है। बता दें कि भारत की जी-20 अध्यक्षता में वित्त एवं केंद्रीय बैंक के उप प्रमुखों की पहली तीन दिवसीय बैठक कर्नाटक के बेंगलुरु में आयोजित की गई है। उल्लेखनीय है कि जी-20 वित्त मंत्रियों और केंद्रीय बैंकों के गवर्नरों की पहली बैठक बेंगलुरु में अगले साल 23, 24 और 25 फरवरी को होगी। भारत ने जी-20 सदस्य राष्ट्रों और कई अन्य देशों के उनके समकक्षों और अंतर्राष्ट्रीय संगठनों को इस बैठक में शामिल होने का न्योता दिया है।
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