नई दिल्ली: रक्षा सचिव गिरिधर अरमाने और जाम्बिया के रक्षा मंत्रालय के स्थायी सचिव नॉर्मन चिपाकुपाकु के बीच शुक्रवार को नई दिल्ली में हुई बैठक ने दोनों देशों के बीच ऐतिहासिक और लंबे समय से चले आ रहे संबंधों को रेखांकित किया। दोनों जाम्बिया में छोटे हथियारों, गोला-बारूद और अन्य रक्षा उपकरणों के निर्माण में सहयोग के अवसर तलाशने पर भी सहमत हुए।
दीर्घकालिक संबंधों पर बनी सहमति
रक्षा सचिव गिरिधर अरमाने ने जाम्बिया को विभिन्न सैन्य पाठ्यक्रमों और भारतीय प्रशिक्षण टीमों की प्रतिनियुक्ति के माध्यम से देश के रक्षा बलों के सैन्य प्रशिक्षण और क्षमता निर्माण में सहयोग का आश्वासन दिया। बैठक के दौरान दोनों पक्षों ने दीर्घकालिक संबंधों को और मजबूत करने की उम्मीद जताई। 2019 में दोनों देशों के बीच हस्ताक्षरित द्विपक्षीय रक्षा सहयोग समझौता रक्षा के विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग के लिए एक रूपरेखा प्रदान करता है।
रक्षा सचिव ने ‘मेक इन इंडिया’ पहल के तहत संचालन के विभिन्न क्षेत्रों में भारतीय रक्षा उद्योगों की प्रदर्शन क्षमताओं पर प्रकाश डाला। जाम्बिया के स्थायी सचिव ने भारतीय रक्षा उद्योगों की प्रगति के प्रति अपनी सराहना व्यक्त की और जाम्बिया रक्षा बलों के आधुनिकीकरण के लिए उच्च गुणवत्ता और लागत प्रभावी उपकरणों के माध्यम से उनके समर्थन की आशा व्यक्त की। दोनों पक्ष जाम्बिया में छोटे हथियारों, गोला-बारूद और अन्य रक्षा उपकरणों के निर्माण में सहयोग के अवसर तलाशने पर भी सहमत हुए।
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जाम्बिया के स्थायी सचिव के नेतृत्व में 15 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल 15-22 अक्टूबर तक भारत की यात्रा पर है। प्रतिनिधिमंडल ने भारतीय सशस्त्र बलों के विभिन्न प्रतिष्ठानों के साथ-साथ विभिन्न भारतीय रक्षा उद्योगों की सार्वजनिक और विनिर्माण सुविधाओं का दौरा किया है।
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